जम्मू, 9 अप्रैल: वक्फ संशोधन अधिनियम, 2025 को लेकर लगातार हंगामे के बीच जम्मू-कश्मीर विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार को लगातार तीसरे दिन भी शुरू होने के महज 14 मिनट के भीतर स्थगित कर दी गई।
आज जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के पहले बजट सत्र का अंतिम दिन है।
अध्यक्ष एआर राथर ने सदन की कार्यवाही दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी, क्योंकि शुरू से ही हंगामा जारी रहा और सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों एक-दूसरे पर ‘ड्रामा’ करने का आरोप लगाते रहे।
सत्र शुरू होते ही नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक नजीर गुरेजी और मुबारक गुल ने अध्यक्ष से वक्फ संशोधन अधिनियम पर चर्चा की अनुमति देने का आग्रह किया।
उन्होंने अपील की, “हमने भी नियम पढ़े हैं। चर्चा की अनुमति दी जा सकती है – बस अपने विवेक का इस्तेमाल करें।”
अध्यक्ष राठेर ने जवाब में कहा कि भाजपा सदस्यों ने बेरोजगारी पर चर्चा की मांग करते हुए एक नया प्रस्ताव पेश किया है।
दोनों पक्षों में विरोध जारी रहने के कारण अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही स्थगित करने के लिए बाध्य होना पड़ा।
विधानसभा के बाहर भाजपा सदस्यों ने विधानमंडल परिसर की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर धरना दिया, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायकों ने सदन के स्थगन के बाद सदन के अंदर कुछ देर के लिए प्रदर्शन किया।