ऊधमपुर, 14 May : चिनैनी तहसील की टंडार पंचायत के हल्की सुईयां गांव में भूस्खलन प्रभावित परिवारों की सुध लेने के लिए सोमवार को जिला प्रशासन की टीम गांव पहुंची। टीम ने पूरे भूस्खलन प्रभावित गांव का दौरा किया और देखा कि किस तरह से लोग भूस्खलन होने और मकानों में दरारें पड़ने के बाद डरे हुए हैं। टीम ने गांववासियों की समस्याओं को ध्यान से सुना और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
गौरतलब है कि शनिवार को हल्की सुईयां गांव में भूस्खलन होने का मामला सामने आया था। स्थानीय निवासियों ने अपनी समस्या को उजागर करते हुए बताया था कि गांव में भूस्खलन होना करीब दो वर्ष पहले शुरू हो गया था, लेकिन इससे मकानों में दरारें पड़नी अब शुरू हुई हैं। चार मकानों में दरारें आई हैं। पिछले दिनों बारिश होने के बाद अचानक मकानों में दरारें पड़नी शुरू हो गई थीं और इसके बाद सभी अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
गांव में रहते करीब 30 परिवार
एक मकान में तो इतनी अधिक दरारें पड़ चुकी हैं कि मजबूरन मकान को खाली करना पड़ा है। इस गांव में करीब 30 परिवार रहते हैं और मकानों में दरारें पड़ने के बाद सबकी नींद उड़ गई है। इसकी जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन ने हालात का जायजा लेने और लोगों की सुध लेने के लिए सोमवार को एक टीम को हल्की सुईयां गांव में भेजा।
टीम ने किया प्रभावित क्षेत्र का दौरा
एसडीएम चिनैनी गुरदेव कुमार के नेतृत्व में टीम सुबह के समय हल्की सुईयां गांव में पहुंची। इस टीम में पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन सुरेश भारती सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल थे। टीम ने पूरे प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और हालात को देखा। उन्होंने क्षेत्र का दौरा कर देखा कि किस तरह से धीरे-धीरे जमीन धंस रही है और मकानों में दरारें पड़ रही हैं। टीम ने भूस्खलन से प्रभावित सभी मकानों का भी अच्छी तरह से निरीक्षण किया। उन्होंने धंस रही जमीन का भी अच्छी तरह से निरीक्षण किया।
इसी दौरान प्रभावित परिवारों ने अधिकारियों को बताया कि करीब दो वर्ष पहले जब हल्की सुईयां गांव में जमीन धंसनी शुरू हुई थी तो इसके बारे में तहसील प्रशासन और सरपंच व पंचों को सूचित किया था, लेकिन किसी ने भी इसको गंभीरता से नहीं लिया था। अगर उस समय इसको गंभीरता से लिया होता तो आज यह हालात नहीं बनते।
कई मकानों में पड़ने लगी दरारें
अब हमारे मकानों में दरारें पड़ने लगी हैं। इसी तरह से जमीन धसती रही तो एक दिन मकान क्षतिग्रस्त हो जाएंगे और हम सभी बेघर हो जाएंगे। इसलिए हमारी प्रशासन से अपील है कि हमारी मदद की जाए और जरूरी कदम उठाए जाएं। टीम का नेतृत्व कर रहे एसडीएम ने कहा कि प्रशासन लोगों की हर संभव सहायता करेगा।
भूस्खलन की रिपोर्ट देगी कमेटी
अगर जरूरत पड़ी तो जिन स्थानों पर दरारें आई हैं, उन मकानों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा। इसके साथ एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जोकि इस गांव में हो रहे भूस्खलन की लगातार रिपोर्ट देगी। इसके साथ गांव में हो रहे भूस्खलन की जांच के लिए भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण को पत्र लिख कर मौके पर बुलाया जाएगा। प्रशासन की टीम के गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों ने भी राहत की सांस ली है।