जम्मू, 19 Mar :पूर्वी लद्दाख में चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगते गांवों के 14 बच्चों ने सेना की मदद से सशस्त्र सेनाओं में अधिकारी बनने की पहली बाधा पार कर ली है। इन बच्चों ने सैनिक स्कूलों में भर्ती होने के लिए अखिल भारतीय लिखित परीक्षा पास कर ली है।
लद्दाख की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाली उत्तरी कमान की चौदह कोर की चुशुल ब्रिगेड ने चुशुल-तांगत्से क्षेत्र के सीमासे सटे कई गांवों के 18 बच्चों को दस माह की ट्रेनिंग दी थी। इनमें से 14 बच्चों ने अखिल भारतीय सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा पास कर ली है।
आर्मी गुडविल स्कूल लद्दाख में बेहतर शिक्षा देने के अहम योगदान निभा रहे हैं। गत दिनों सेना ने लद्दाख में आर्मी गुडविल स्कूलों में बच्चों को दाखिला देने के लिए प्रवेश परीक्षा का भी आयोजन किया था। लद्दाख में भारतीय सेना इस समय आर्मी गुडविल स्कूल फरोना, आर्मी गुडविल स्कूल कारू, आर्मी गुडविल स्कूल परतापुर समेत सात आर्मी गुडविल स्कूल संचालित कर रही है। आपरेशन सद्भावना के तहत चलाए जा रहे इन स्कूलों में लद्दाख के लेह व कारगिल जिलों के 2200 से अधिक बच्चे अच्छी शिक्षा हासिल कर रहे हैं।
सेना की उत्तरी कमान केंद्र इस समय शासित प्रदेशों लद्दाख व जम्मू कश्मीर में अपनी चौदह, पंद्रह व सोलह कोर के क्षेत्राधिकार में 45 आर्मी गुडविल स्कूलों को चला रही है। इन आवासीय स्कूलों में पंद्रह हजार के करीब विद्यार्थी शिक्षा हासिल कर रहे हैं।
इन स्कूलों में अच्छी शिक्षा हासिल कर सैकड़ों युवा सरकारी, निजी क्षेत्र में रोजगार हासिल कर अपने भविष्य को उज्जवल बना रहे हैं। इन स्कूलों में बच्चों को दाखिला देने के लिए हर साल लिखित परीक्षा होती है। दोनों प्रदेशों में 17 मार्च को आर्मी गुडविल स्कूल के लिए 14 सेंटरों में प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया था।