5 Mar : Amarnath Yatra 2025: बाबा बर्फानी के भक्तों के लिए खुशखबरी आई है. अमरनाथ यात्रा 2025 की शुरुआत 3 जुलाई से शुरू होगी और 9 अगस्त तक चलेगी. श्री बाबा अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की बैठक में ये फैसला लिया गया. इस साल अमरनाथ यात्रा 39 दिनों तक चलेगी. ट्रस्ट और सरकार की ओर से खास इंतजाम भी किए जाएंगे. यात्रियों के रहने की व्यवस्था, लंगर और अन्य सुविधाएं प्रधान करने के लिए पहले ही काम शुरू किया जा चुका है. सुरक्षा का भी खास ख्याल रखा जाएगा.
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार (05 मार्च) को राजभवन में श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) की 48वीं बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की. इसमें निर्णय लिया गया कि इस साल श्री अमरनाथ जी यात्रा 3 जुलाई को दोनों मार्गों- अनंतनाग जिले के पहलगाम ट्रैक और गांदरबल जिले के बालटाल से एक साथ शुरू होगी और यह 9 अगस्त, 2025 को रक्षा बंधन पर समाप्त होगी.
श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की बैठक में कौन-कौन शामिल
बैठक में स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज, डी. सी. रैना उपस्थित रहे. बैठक में श्राइन बोर्ड के सदस्य कैलाश मेहरा साधु, के.एन. राय, पीतांबर लाल गुप्ता, डॉ. शैलेश रैना और प्रोफेसर विश्वमूर्ति शास्त्री शामिल हुए. बोर्ड ने श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं और सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए विभिन्न उपायों और हस्तक्षेपों का प्रस्ताव रखा.
तीर्थयात्रियों की सुविधाओं को लेकर मंथन
श्री अमरनाथ जी यात्रा-2025 के लिए तीर्थयात्रियों की संभावित बढ़ती आमद को देखते हुए बैठक में जम्मू, श्रीनगर और अन्य स्थानों पर ठहरने की क्षमता बढ़ाने, ई-केवाईसी के लिए यात्री सुविधा केंद्रों का संचालन, आरएफआईडी कार्ड जारी करने, नौगाम और कटरा रेलवे स्टेशनों सहित कई स्थानों पर तीर्थयात्रियों का मौके पर रजिस्ट्रेशन करने के उपायों पर चर्चा की गई.
इसके अलावा चर्चा की गई कि जरूरत के मुताबिक बालटाल, पहलगाम, नुनवान, पंथा चौक श्रीनगर में भी इन सुविधाओं को उचित रूप से बढ़ाया जाना चाहिए. विभागों द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए उपराज्यपाल ने यात्रा के मार्ग में अलग-अलग स्थानों पर पर्याप्त व्यवस्था और अपेक्षित सुविधाएं सुनिश्चित करने की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने यात्री निवास, पंथा चौक, श्रीनगर में क्षमता बढ़ाने की अपील की.
यात्रा से संबंधित जानकारी का प्रसार करने पर जोर
इसके साथ ही बैठक में चल रही परियोजनाओं, यात्रा से संबंधित जानकारी का प्रसार, यात्रियों, सेवा प्रदाताओं, टट्टुओं को बीमा कवर, श्राइन बोर्ड द्वारा ऑनलाइन सेवाओं का विस्तार, यात्रा ट्रैक का चौड़ीकरण और रखरखाव, पवित्र गुफा और निचली पवित्र गुफा क्षेत्र में भीड़भाड़ कम करने के उपाय, आपदा को लेकर तैयारी, हेली सेवाओं, मेडिकल देखभाल सुविधाओं का पर्याप्त प्रावधान, मौसम पूर्वानुमान अवसंरचना और प्रणालियां, सुरक्षा और निगरानी और सेवाओं को किराए पर लेने के लिए डिजिटल प्रीपेड सिस्टम पर चर्चा हुई.
इस मौके पर उपराज्यपाल ने बोर्ड के सदस्यों को बधाई भी दी और यात्रा के सफल संचालन में उनके बहुमूल्य योगदान और निरंतर मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया.