जम्मू , 5 Mar : जम्मू कश्मीर के डोडा से आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक को मुख्यमंत्री अमर अब्दुल्ला अपना छोटा भाई कहा है. महाराज मलिक विधानसभा में अपने बैठने के स्थान को बदलने को लेकर नाराज थे. मेहराज मलिक ने बुधवार (5 मार्च) को विधानसभा में अपने बैठने के स्थान के बदलने को लेकर नाराजगी जताई.
दरअसल, विधानसभा सत्र की शुरुआत में मेहराज मलिक को सत्ताधारी नेशनल कांफ्रेंस के विधायकों के साथ सीट दी गई थी, लेकिन कुछ दिनों बाद वह सीट बदलकर अब उन्हें बीजेपी के विधायकों के साथ बैठाया दिया गया. डोडा के विधायक की नाराजगी को देखते हुए उमर अब्दुल्ला ने सदन में कहा कि मेहराज मालिक उनके छोटे भाई हैं और दिल के करीब हैं. उन्होंने कहा कि उनका बस चलता तो वह उन्हें अपने पास बैठाते लेकिन विधानसभा में बैठने की सीट बदलने का अधिकार स्पीकर के पास होता है उनके पास नहीं.
मलिक ने उठाया बिजली का मुद्दा
बता दें कि जम्मू विधानसभा में बीजेपी के विधायक शक्ति राज परिहार द्वारा बिजली पर उठाए सवाल को लेकर जब उमर अब्दुल्ला जवाब दे रहे थे तो मेहराज मलिक ने अपने इलाके की बिजली की समस्या उठानी शुरू कर दी. मलिक ने कहा उनके इलाके में बिजली तो दूर बिजली के खंभे या तारे तक नहीं बिछी है. उन्होंने कहा कि कटौती का आलम यह है कि रमजान में सेहरी और इफ्तार के समय भी लोगों को बिजली नहीं मिलती. उन्होंने सरकार से अपील की की कम से कम रमजान के महीने में बिजली की कटौती को कम कर दिया जाए.
मेहराज मलिक की एनसी विधायकों से नोकझोंक
हालांकि यह सवाल बीजेपी के विधायक में उठाया था और बार-बार मेहराज मलिक बीच में बोल रहे थे. इस पर नेशनल कांफ्रेंस के विधायक आक्रामक हुए और उन्हें चुप रहने को कहा. इस पर मेहराज मालिक भी भड़क गए और दोनों तरफ से तीखी बहसबाजी और तीखी नोंकझोंक हुई. यह बहसबाजी इतनी बढ़ी कि स्पीकर को यहां तक बोलना पड़ा की मेहराज मलिक को बाहर निकलना पड़ेगा.
जम्मू कश्मीर के डोडा से आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक को मुख्यमंत्री अमर अब्दुल्ला अपना छोटा भाई कहा है. महाराज मलिक विधानसभा में अपने बैठने के स्थान को बदलने को लेकर नाराज थे. मेहराज मलिक ने बुधवार (5 मार्च) को विधानसभा में अपने बैठने के स्थान के बदलने को लेकर नाराजगी जताई.
दरअसल, विधानसभा सत्र की शुरुआत में मेहराज मलिक को सत्ताधारी नेशनल कांफ्रेंस के विधायकों के साथ सीट दी गई थी, लेकिन कुछ दिनों बाद वह सीट बदलकर अब उन्हें बीजेपी के विधायकों के साथ बैठाया दिया गया. डोडा के विधायक की नाराजगी को देखते हुए उमर अब्दुल्ला ने सदन में कहा कि मेहराज मालिक उनके छोटे भाई हैं और दिल के करीब हैं. उन्होंने कहा कि उनका बस चलता तो वह उन्हें अपने पास बैठाते लेकिन विधानसभा में बैठने की सीट बदलने का अधिकार स्पीकर के पास होता है उनके पास नहीं.
मलिक ने उठाया बिजली का मुद्दा
बता दें कि जम्मू विधानसभा में बीजेपी के विधायक शक्ति राज परिहार द्वारा बिजली पर उठाए सवाल को लेकर जब उमर अब्दुल्ला जवाब दे रहे थे तो मेहराज मलिक ने अपने इलाके की बिजली की समस्या उठानी शुरू कर दी. मलिक ने कहा उनके इलाके में बिजली तो दूर बिजली के खंभे या तारे तक नहीं बिछी है. उन्होंने कहा कि कटौती का आलम यह है कि रमजान में सेहरी और इफ्तार के समय भी लोगों को बिजली नहीं मिलती. उन्होंने सरकार से अपील की की कम से कम रमजान के महीने में बिजली की कटौती को कम कर दिया जाए.
मेहराज मलिक की एनसी विधायकों से नोकझोंक
हालांकि यह सवाल बीजेपी के विधायक में उठाया था और बार-बार मेहराज मलिक बीच में बोल रहे थे. इस पर नेशनल कांफ्रेंस के विधायक आक्रामक हुए और उन्हें चुप रहने को कहा. इस पर मेहराज मालिक भी भड़क गए और दोनों तरफ से तीखी बहसबाजी और तीखी नोंकझोंक हुई. यह बहसबाजी इतनी बढ़ी कि स्पीकर को यहां तक बोलना पड़ा की मेहराज मलिक को बाहर निकलना पड़ेगा.
कश्मीर के डोडा से आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक को मुख्यमंत्री अमर अब्दुल्ला अपना छोटा भाई कहा है. महाराज मलिक विधानसभा में अपने बैठने के स्थान को बदलने को लेकर नाराज थे. मेहराज मलिक ने बुधवार (5 मार्च) को विधानसभा में अपने बैठने के स्थान के बदलने को लेकर नाराजगी जताई.
दरअसल, विधानसभा सत्र की शुरुआत में मेहराज मलिक को सत्ताधारी नेशनल कांफ्रेंस के विधायकों के साथ सीट दी गई थी, लेकिन कुछ दिनों बाद वह सीट बदलकर अब उन्हें बीजेपी के विधायकों के साथ बैठाया दिया गया. डोडा के विधायक की नाराजगी को देखते हुए उमर अब्दुल्ला ने सदन में कहा कि मेहराज मालिक उनके छोटे भाई हैं और दिल के करीब हैं. उन्होंने कहा कि उनका बस चलता तो वह उन्हें अपने पास बैठाते लेकिन विधानसभा में बैठने की सीट बदलने का अधिकार स्पीकर के पास होता है उनके पास नहीं.
मलिक ने उठाया बिजली का मुद्दा
बता दें कि जम्मू विधानसभा में बीजेपी के विधायक शक्ति राज परिहार द्वारा बिजली पर उठाए सवाल को लेकर जब उमर अब्दुल्ला जवाब दे रहे थे तो मेहराज मलिक ने अपने इलाके की बिजली की समस्या उठानी शुरू कर दी. मलिक ने कहा उनके इलाके में बिजली तो दूर बिजली के खंभे या तारे तक नहीं बिछी है. उन्होंने कहा कि कटौती का आलम यह है कि रमजान में सेहरी और इफ्तार के समय भी लोगों को बिजली नहीं मिलती. उन्होंने सरकार से अपील की की कम से कम रमजान के महीने में बिजली की कटौती को कम कर दिया जाए.
मेहराज मलिक की एनसी विधायकों से नोकझोंक
हालांकि यह सवाल बीजेपी के विधायक में उठाया था और बार-बार मेहराज मलिक बीच में बोल रहे थे. इस पर नेशनल कांफ्रेंस के विधायक आक्रामक हुए और उन्हें चुप रहने को कहा. इस पर मेहराज मालिक भी भड़क गए और दोनों तरफ से तीखी बहसबाजी और तीखी नोंकझोंक हुई. यह बहसबाजी इतनी बढ़ी कि स्पीकर को यहां तक बोलना पड़ा की मेहराज मलिक को बाहर निकलना पड़ेगा.