जम्मू , 15 May : जम्मू-कश्मीर में रेलवे ढांचे के हो रहे विस्तार के बीच जम्मू को नया रेल डिवीजन मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। सब ठीक रहा तो जून के बाद इस दिशा में काम तेजी से आगे बढ़ सकता है। रेलवे प्रशासन नए रेलवे डिवीजन का खाका तैयार भी कर रखा है। अब आदेश का इंतजार है।
इसलिए लिया जा रहा फैसला
नए रेल मंडल घोषित की संभावना इसलिए भी बढ़ गई है कि एक वर्ष के भीतर कन्याकुमारी से कश्मीर सीधा रेल मार्ग से जुड़ जाएगा। ऐसे में फिरोजपुर रेल डिवीजन पर काफी लोड बढ़ जाएगा। जम्मू-कश्मीर में तेजी से बढ़ रहे रेलवे ढांचे को देखते हुए फिरोजपुर रेल डिवीजन के दो हिस्सों में बांटना जरूरी हो गया।
कठुआ बनेगा सबसे बड़ा स्टेशन
इसमें कठुआ को पहला सबसे बड़ा स्टेशन बनाया जाएगा। हालांकि, कठुआ से पहले सुजानपुर और लखनपुर भी दो छोटे रेलवे स्टेशन बनेंगे। हालांकि जम्मू रेल डिवीजन के गठन का आदेश वर्ष 2012 में जारी हुआ था, लेकिन अभी तक यह आदेश सरकारी फाइलों में ही दबा है।
अब यह आदेश धरातल पर उतरने की उम्मीद बढ़ गई है। नए रेल मंडल के निर्माण से पंजाब और जम्मू में काम कर रहे करीब चार हजार रेलवे कर्मियों को लाभ होगा। उन्हें अपनी समस्याओं के समाधान के लिए फिरोजपुर का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।
अभी देश का सबसे बड़ा रेल मंडल है फिरोजपुर
फिरोजपुर रेल मंडल में पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के 1800 किमी लंबे रेलवे ट्रैक पर परिचालन होता है। इस मंडल में 239 छोटे एवं बड़े रेलवे स्टेशन आते हैं।
जम्मू-कश्मीर व हिमाचल में रेलवे के विस्तार की मंशा से फिरोजपुर से अलग कर जम्मू रेल मंडल बनाना जरूरी हो गया है। 24 फरवरी, 2012 को तत्कालीन केंद्र सरकार ने जम्मू रेल मंडल बनाने की घोषणा की थी। नए रेल मंडल के अस्तित्व में आने की कवायद चल रही थी। कर्मचारियों की तैनाती भी शुरू हो गई थी।