श्रीनगर, 14 May : आटा, बिजली और अन्य मूलभूत सुविधाओं को लेकर गुलाम जम्मू-कश्मीर में जारी प्रदर्शन अभी थम नहीं रहे हैं। हिंसक प्रदर्शन के बीच पाकिस्तानी सरकार ने पाक रेंजरों को आंदोलन को कुचलने के लिए लगा दिया है। वहीं, लोगों को आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
इस हिंसा में अभी तक दो लोगों की मौत, 100 घायल
गत दिवस फैली हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी और 78 पुलिसकर्मियों समेत 100 लोग घायल हो गए थे। इस बीच प्रशासन और आंदोलनकारियों में वार्ता सिरे नहीं चढ़ पाई है। इसके बाद पाकिस्तान (Pakisan News) के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (PM Shehbaz Sharif) ने स्थिति की समीक्षा के लिए उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है।
पाकिस्तानी सेना और पुलिस ने आंदोलनकारियों की धरपकड़ तेज
वह भी लोगों की मांगे पूरी करने की बजाय प्रदर्शनकारियों को धमकियां देते नजर आए। बैठक के बाद पाकिस्तानी सेना और पुलिस ने आंदोलनकारियों की धरपकड़ तेज कर दी है और दर्जनों लोगों को मुजफ्फराबाद में ही हिरासत में ले लिया गया। यही वजह है कि नियंत्रण रेखा के उस पार हालात विस्फोटक हो रहे हैं और लोग आपा खो रहे हैं।
इस बीच पाकिस्तानी सरकार ने सस्ती बिजली का वादा कर लोगों का गुस्सा शांत करने का प्रयास किया है, लेकिन आंदोलनकारी अभी भी सड़कों पर जमे हुए हैं। बता दें कि गुलाम जम्मू-कश्मीर के हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ रहे हैं।
वहां न लोगों को खाने के लिए अनाज मिल पा रहा है और न ही पर्याप्त बिजली है। आंदोलकारियों का आरोप है कि बिजली गुलाम जम्मू-कश्मीर (Ghulam Jammu Kashmir) की पन बिजली परियोजनाओं से बन रही है और रोशन लाहौर और इस्लामाबाद हो रहे हैं।