जम्मू , 1 May : सुरक्षा एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में एक ग्राम रक्षा गार्ड (VDG) की हत्या में शामिल आतंकवादियों के दो समूहों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान का दायरा कठुआ जिले तक बढ़ा दिया है।
रविवार तड़के चोचरू गाला हाइट्स के सुदूर पनारा गांव में आतंकवादियों के साथ एक संक्षिप्त मुठभेड़ में एक ग्राम रक्षा गार्ड (वीडीजी) की मौत हो गई। जिसके बाद पुलिस, सेना और सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से तलाशी अभियान शुरू किया।
उधमपुर और कठुआ जिलों में सेना का तलाशी अभियान जारी
अधिकारियों ने बताया कि उधमपुर (Udhampur News) और कठुआ जिलों के बसंतगढ़, बानी और सियोज इलाकों में तलाशी अभियान बुधवार को चौथे दिन में जारी है और भाग रहे आतंकवादियों के साथ कोई ताजा संपर्क नहीं हुआ है।
सूत्रों के अनुसार एक समूह के उधमपुर जिले के ऊपरी इलाकों में आंदोलन की सूचना मिली है। जबकि दूसरे समूह को कठुआ जिले के बानी, डग्गर और किंडली इलाकों की ओर जाते देखा गया है।
तलाशी अभियान के लिए हेलिकॉप्टर, यूएवी और ड्रोन का इस्तेमाल
उन्होंने बताया कि एक समूह की गतिविधियों को उधमपुर में एलो टॉप और सियोज के ऊंचाई वाले घने जंगली इलाकों से पकड़ा गया था। उधमपुर और कठुआ के बीच बड़े ऊंचाई वाले वन क्षेत्र में घेराबंदी को मजबूत करने के लिए इन क्षेत्रों में अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है।
संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी
उन्होंने आगे कहा कि निगरानी के लिए हेलिकॉप्टर, यूएवी और ड्रोन के इस्तेमाल के अलावा आतंकवादियों का पता लगाने और उन्हें बेअसर करने के प्रयासों को तेज करने के लिए इन क्षेत्रों में अतिरिक्त बलों को भेजा गया है।उन्होंने बताया कि कई लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जम्मू क्षेत्र) आनंद जैन ने सोमवार को कहा कि माना जाता है कि हाल ही में सीमा पार से घुसपैठ करने के बाद आतंकवादियों के दो समूह इलाके में मौजूद हैं। जानकारी देते हुए आगे कहा प्रारंभिक जांच के अनुसार दोनों समूहों की ताकत चार से छह के बीच है और सुरक्षा बल उन्हें खत्म करने के लिए विभिन्न सूचनाओं पर काम कर रहे हैं।
आतंकवादियों का पुलिस और वीडीजी सदस्यों से हुआ सामना
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार आतंकवादी सीमा पार से घुसपैठ करने में कामयाब होने के बाद कठुआ जिले से सटे बसंतगढ़ पहुंचे थे और चिनाब घाटी की ओर जा रहे थे। जब पुलिस (Jammu Kashmir Police) और वीडीजी सदस्यों से उनका सामना हुआ।
कठुआ (Kathua News) से बानी-बसंतगढ़ मार्ग दो दशक पहले तक अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर घुसपैठ के बाद डोडा और कश्मीर के लिए आतंकवादियों के लिए एक सुपरिभाषित मार्ग हुआ करता था।