जम्मू , 29 Apr : उत्तरी कश्मीर के बांडीपोरा-गुरेज मार्ग पर रविवार को बर्फ में फंसे 35 वाहनों को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के जवानों ने सुरक्षित निकाल लिया। इन वाहनों सवार लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है। यह सभी यात्री राजदान दर्रे पर फंसे हुए थे। इस बीच, जम्मू-कश्मीर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सोमवार को चार जिलों के ऊंचे इलाकों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग ने 30 अप्रैल तक बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। श्रीनगर प्रशासन ने लोगों को झेलम नदी और डल झील समेत अन्य नदी-नालों से से दूर रहने की सलाह दी है। अधिकारियों ने बताया कि तूफान प्रभावित राजदान दर्रे पर करीब 35 वाहन फंसे हुए थे।
हालांकि, गुरेज के एडीएम मुख्तार अहमद ने 12 से 14 वाहनों के फंसे होने की बात कही है। उधर, सूचना मिलते ही बीआरओ कर्मी कार्रवाई में जुट गए। बीआरओ टीम ने अपने वाहनों को सुरक्षित निकालने से पहले यात्रियों और ड्राइवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की। गुरेज घाटी और बांडीपोरा जिले के पहाड़ी इलाकों में ताजा बर्फबारी के कारण सड़क अस्थायी रूप से बंद कर दी गई है।
बारिश शुरू, नदी नालों में अचानक बढ़ सकता है जल स्तर
मौसम विभाग ने 30 अप्रैल तक प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश, ओलावृष्टि, तेज आंधी भी चल सकती है। रविवार की रात को जम्मू समेत प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई थी। इस बीच श्रीनगर प्रशासन ने लोगों को चेतावनी दी है िक वह झेलन नदी के पास न जाएं और न ही डल झील में नौकायन करने पहुंचे।
शिकारों की सैर करने से भी बचने के लिए कहा गया है। प्रशासन ने इस संबंध में नोटिस जारी किया है। इसके अनुसार सोमवार को तेज आंधी चल सकती है। प्रशासन के अनुसार भारी वर्षा के चलते नदी नालों का जलस्तर अचानक से बढ़ सकता है। इसलिए इनसे दूर ही रहें। ग्रामीण अपने मवेशियों को भी नदी-नालों के पास नहीं ले जाएं। जम्मू में भी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है।
मरम्मत कार्य के लिए एक घंटा बंद रहा हाईवे
जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर रविवार को वाहनों की आवाजाही कुछ घंटों के लिए प्रभावित रही, लेकिन दोपहर में मेहाड़ रामबन में राजमार्ग का मरम्मत कार्य कर यातायात को सुचारु कर दिया गया। मरम्मत कार्य के लिए करीब एक घंटे तक राजमार्ग को बंद रखा गया। इसकी वजह से यात्रियों व वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
रविवार को ट्रकों को घाटी की तरफ जाने की अनुमति दी गई और इससे ट्रक चालकों को राहत मिली। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर छोटे वाहनों की आवाजाही दोनों तरफ से जारी रखी गई थी। सैकड़ों वाहन जब रामबन में पहुंचे तो इनकी रफ्तार धीमी हो गई। मेहाड़ में राजमार्ग के तंग होने से यह समस्या सामने आ रही थी।