जम्मू , 19 Mar : लोकसभा चुनाव के लिए जम्मू-कश्मीर में आइएनडीआए में सीटों की खींचतान जल्द सुलझने की उम्मीद है। कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में गठबंधन के घटक दलों के आगे झुकते हुए दो सीटों पर संतुष्ट होती नजर आ रही है। ये दोनों सीटें जम्मू संभाग की होंगी। बहरहाल, कांग्रेस अब अपने प्रत्याशी एक-दो दिन में तय कर देगी।
इसके लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की केंद्रीय चुनाव कमेटी की बैठकें मंगलवार से शुरू हो जाएंगी। जम्मू कश्मीर से प्रत्याशियों के नामों का फैसला करने के लिए बैठक में प्रदेश अध्यक्ष विकार रसूल भी शामिल होंगे। वह नई दिल्ली पहुंच गए हैं। इस बैठक में यह भी तय हो जाएगा कि कांग्रेस को लद्दाख की सीट पर अपना प्रत्याशी उतारने का मौका मिलेगा या नहीं?
दरअसल, राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के कारण जम्मू कश्मीर सहित अन्य प्रदेशों के लिए पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी तय करने में देरी हो रही थी। अब यह यात्रा समाप्त हो गई है, इसलिए कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूचियां जल्द जारी होंगी। इसके लिए कुछ दिन तक नियमित तौर पर केंद्रीय चुनाव कमेटी की बैठकें चलेंगी।
गठबंधन के उम्मीदवारों को लेकर सहयोग करने के लिए बैठक भी होगी, जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक करेंगे। केंद्रीय चुनाव कमेटी की बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय प्रधान मल्लिकार्जुन खरगे करेंगे। विकार रसूल का कहना है कि एक दो दिन में जम्मू कश्मीर व लद्दाख से पार्टी के उम्मीदवार घोषित हो जाएंगे। जम्मू-रियासी लोकसभा सीट के लिए संभावित उम्मीदवारों में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रमण भल्ला का नाम सबसे आगे है। इस बारे में भल्ला ने कहा कि पार्टी जो फैसला करेगी वह मंजूर होगा।
लाल सिंह का नाम भी चर्चा में
पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि ऊधमपुर-डोडा-कठुआ संसदीय सीट से कांग्रेस चौधरी लाल सिंह को उम्मीदवार बनाना चाहती है। इस पर करीब-करीब सहमति बन चुकी है, लेकिन पहले लाल सिंह को कांग्रेस में शामिल होना होगा। वह प्राथमिक सदस्य बनेंगे और उसके बाद उन्हें उम्मीदवार बनाया जा सकता है। लाल सिंह काफी समय से कांग्रेस के संपर्क में हैं। लाल सिंह को कांग्रेस में शामिल करके उम्मीदवार बनाने का फैसला राहुल गांधी को करना है। इसलिए यह मामला लटक रहा है।
तीन सीटों से पीछे नहीं हट रही नेशनल कान्फ्रेंस
अनंतनाग-रियासी संसदीय सीट से पार्टी के प्रमुख दावेदारों में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम अहमद मीर भी हैं, लेकिन जिस तरह से नेशनल कान्फ्रेंस ने साफ कर दिया है कि बारामुला-कुपवाड़ा, श्रीनगर-गांदरबल और अनंतनाग-राजौराी सीट से वह उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारेगी। नेकां ने जम्मू कश्मीर की दो सीटें जम्मू-रियासी और ऊधमपुर-डोडा-कठुआ तथा लद्दाख सीट को कांग्रेस के लिए छोड़ा है, इससे लगता है कि कांग्रेस को अनंतनाग सीट नहीं मिलेगी। उसे जम्मू कश्मीर की दो सीटों से ही संतोष करना पड़ेगा।
सीटों के बंटवारे के बारे में हम कुछ नहीं कह सकते। इसका फैसला गठबंधन के सहयोगियों से मिलकर हाईकमान को करना है। हम पार्टी के अनुशासन वाले सिपाही हैं। जो फैसला पार्टी करेंगे, हमें मंजूर होगा। -गुलाम अहमद मीर, महासचिव, कांग्रेस