डोडा/जम्मू, 16 सितंबर: जम्मू-कश्मीर के डोडा ज़िले में एक हफ़्ते के निलंबन के बाद मंगलवार को 2G मोबाइल इंटरनेट सेवाएँ बहाल कर दी गईं। अधिकारियों ने बताया कि 8 सितंबर को मौजूदा आप विधायक मेहराज मलिक की पीएसए हिरासत के विरोध में हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद ज़िला लगभग सामान्य हो गया है।
ज़िले भर में कम गति वाली मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी सुबह-सुबह बहाल कर दी गई, लेकिन स्थानीय निवासियों ने 2G की सीमित बैंडविड्थ के कारण ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं तक पहुँचने में कठिनाइयों की सूचना दी और सेवाओं की पूर्ण बहाली की माँग की। अधिकारियों ने रविवार को सामान्य गतिविधियों को फिर से शुरू करने के साथ ही ज़िले के अधिकांश हिस्सों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाएँ बहाल कर दीं और धारा 163 बीएनएसएस के तहत लगाए गए प्रतिबंध हटा दिए। सोमवार को तीन हफ़्ते बाद शैक्षणिक संस्थान भी फिर से खुल गए। डोडा निवासी फ़िरोज़ अहमद ने कहा, “हम 2G मोबाइल इंटरनेट सेवाओं की बहाली का स्वागत करते हैं, लेकिन यह मोबाइल बैंकिंग, ऑनलाइन शॉपिंग और सरकारी सेवाओं तक पहुँचने जैसे कार्यों के लिए अपर्याप्त साबित हो रही है, जो तेज़ी से डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर निर्भर हो रहे हैं।” उन्होंने कहा कि 26 अगस्त से 6 सितंबर के बीच भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ और उसके बाद 8 सितंबर के बाद एक हफ्ते तक अशांति और प्रतिबंधों के कारण लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, “एटीएम खाली हैं और बैंकों के बाहर लंबी कतारें हैं…सरकार को लोगों को राहत देने के लिए मोबाइल फोन पर 4जी सेवाएं तुरंत बहाल करनी चाहिए।” डोडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संदीप मेहता ने मंगलवार को मोबाइल इंटरनेट सेवाओं की बहाली सहित प्रतिबंधों में धीरे-धीरे ढील देने का आश्वासन दिया, लेकिन जिले में शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने के शरारती इरादे से भड़काऊ वीडियो अपलोड करने या फर्जी खबरें साझा करने वाले सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। आप की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष मलिक को 8 सितंबर को जिले में सार्वजनिक व्यवस्था बिगाड़ने के आरोप में हिरासत में लिया गया था। उनकी हिरासत के बाद हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए, जिसके बाद अधिकारियों ने निषेधाज्ञा लागू कर दी और मोबाइल इंटरनेट तथा ब्रॉडबैंड सेवाएं बंद कर दीं।
