नई दिल्ली, 23 मई: प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को 12,000 करोड़ रुपये के निवेश धोखाधड़ी मामले में जेपी इंफ्राटेक, जेपी एसोसिएट्स और कुछ अन्य के खिलाफ धन शोधन जांच के तहत कई स्थानों पर छापेमारी की।
उन्होंने बताया कि दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत छापेमारी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि यह छापेमारी जेपी इंफ्राटेक, जेपी एसोसिएट्स लिमिटेड और अन्य से संबंधित मामले में की गई है, जिसमें घर खरीदारों और निवेशकों के साथ करीब 12,000 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी और धन के ‘हस्तांतरण’ से संबंधित मामला शामिल है।
सूत्रों ने बताया कि समूह की सहयोगी कम्पनियां जैसे गौरसंस, गुलशन, महागुन और सुरक्षा रियलिटी भी जांच के दायरे में हैं।
संबंधित कंपनियों की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।