श्रीनगर, 29 अप्रैल: जम्मू-कश्मीर सरकार ने मंगलवार को कहा कि घाटी में 48 गंतव्यों को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है।
घाटी में कुल 87 गंतव्य हैं, जिनमें से 48 अब बंद हो चुके हैं।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई है। श्रीनगर हवाई अड्डे पर आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई।
जो गंतव्य बंद कर दिए गए हैं वे हैं, युसमर्ग, तौसमैदान, डूडपथरी, अहरबल, कौसरनाग, बंगस, करिवान डाइवर चंडीगाम, बंगस वैली, वुलर/वाटलब, रामपोरा और राजपोरा, चेरहर, मुंडिज-हमाम-मरकूट झरना, खाम्पू, बोस्निया, विजीटॉप, सूर्य मंदिर, वेरिनाग गार्डन, सिंथन टॉप, मार्गनटॉप, अकाड पार्क, हब्बा खातून पॉइंट, बाबारेशी, रिंगावली, गोगलदारा, बदेरकोटे, श्रुंज झरना, कामनपोस्ट, नंबलान झरना, इको पार्क खडनियार, संगरवानी, जामिया मस्जिद, बादामवारी, राजोरी कदल, आली कदल, पदशापाल रिसॉर्ट्स, फकीर गुजरी, दारा, अस्तानमार्ग व्यू प्वाइंट, अस्तानमार्ग पैराग्लाइडिंग, ममनेथ और महादेव हिल्स, बौद्ध मठ, दाचीगाम – ट्राउट फार्म / मत्स्य पालन से परे खेत, अस्तानपोरा, विशेष रूप से कयाम गाह रिसॉर्ट, लाचपत्री, हंग पार्क और नारानाग।
अन्य गंतव्यों को उचित सुरक्षा प्रदान की गई है। एक अधिकारी ने कहा कि इनमें से कुछ गंतव्यों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
पहलगाम में पर्यटकों की हत्या से देश भर में आक्रोश फैल गया है तथा विभिन्न धर्मों और क्षेत्रों के लोगों ने आतंकवादियों द्वारा की गई बर्बर हत्याओं की स्पष्ट रूप से निंदा की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि आतंकवादियों, उनके समर्थकों और आकाओं को ढूंढ निकाला जाएगा तथा उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी जिसकी वे कल्पना भी नहीं कर सकते।
सुरक्षा बलों ने सक्रिय आतंकवादियों के 10 मकान ध्वस्त कर दिए हैं, जिनमें आदिल हुसैन थोकर और आसिफ शेख के मकान भी शामिल हैं, जो पहलगाम आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार बताए गए हैं।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने सोमवार को पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया।
प्रस्ताव में इस हमले को जघन्य, बर्बर, अमानवीय और कायरतापूर्ण कृत्य बताया गया। इसमें कहा गया कि इस तरह के आतंकी कृत्य कश्मीरियत के मूल्यों, संविधान के मूल्यों और एकता, शांति और सद्भाव की भावना पर सीधा हमला करते हैं। विधानसभा ने हाल ही में हुए आतंकी हमले के पीड़ितों के साथ एकजुटता व्यक्त की और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।