श्रीनगर, 29 अप्रैल: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती ने मंगलवार को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत भर में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि उन्हें छात्रों से परेशान करने वाले कॉल आ रहे हैं जो बढ़ते तनाव और धमकी की घटनाओं के कारण डर में जी रहे हैं।
महबूबा ने एक बयान में कहा, ‘‘कुछ संस्थानों ने परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं और छात्रों को सामान्य स्थिति बहाल होने तक घर लौटने की सलाह दी है, जबकि अन्य ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है।’’ उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से तत्काल हस्तक्षेप करने और कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया, जब तक कि वे सुरक्षित वापस नहीं आ जाते।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर फैलाई जा रही सांप्रदायिक नफरत की भी निंदा की तथा विभाजन पैदा करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, “ऑनलाइन सांप्रदायिक नफरत फैलाने वालों को कड़ा संदेश दिया जाना चाहिए। शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए इन विभाजनकारी ताकतों की पहचान की जानी चाहिए और उनसे सख्ती से निपटा जाना चाहिए।”
महबूबा ने अधिकारियों से शैक्षणिक संस्थानों और स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करने का आह्वान किया ताकि किसी भी तरह की स्थिति को बढ़ने से रोका जा सके और जम्मू-कश्मीर के छात्रों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित किया जा सके।