बेंगलुरु , 2 April : नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (NRSC) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने भारतीय भूस्थिर उपग्रहों के डेटा का उपयोग करके भारत में बिजली गिरने की घटनाओं की भविष्यवाणी में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है. इस प्रगति से किसानों और आम लोगों दोनों को बड़े पैमाने पर लाभ मिलने की उम्मीद है.
ISRO ने बताया कि वायुमंडलीय बिजली गिरने की घटनाएं मुख्य रूप से सतह विकिरण, तापमान और हवा के पैटर्न के कारण होती हैं, जो ट्रोपोस्फीयर में संवहनी प्रक्रियाओं से प्रभावित होती हैं. इन नई भविष्यवाणी प्रणालियों के माध्यम से प्रारंभिक चेतावनी क्षमताओं में सुधार होगा, जिससे बिजली गिरने वाले प्रभावित क्षेत्रों में संभावित रूप से जान बचाई जा सकेगी. यह किसानों को भी फायदा पहुंचाएगा, क्योंकि इससे वे समय पर सतर्क हो सकेंगे और आवश्यक सुरक्षा उपाय कर सकेंगे.