पुंछ/जम्मू, 19 अक्टूबर: जम्मू -कश्मीर पुलिस ने शनिवार को जिले में जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स (जेकेजीएफ) के दो आतंकवादियों की गिरफ्तारी के साथ पुंछ में कई ग्रेनेड हमले के मामलों को सुलझाने का दावा किया।
जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) आनंद जैन ने कहा कि हरी गांव के अब्दुल अजीज और मनवर हुसैन की गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक “बहुत बड़ी उपलब्धि” है।
शुक्रवार को एक संयुक्त अभियान में पुलिस ने 37 राष्ट्रीय राइफल्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 38वीं बटालियन के जवानों के साथ मिलकर अजीज को पकड़ा और उसके कब्जे से दो हथगोले बरामद किए। एडीजीपी ने पुंछ में संवाददाताओं को बताया कि जांच के दौरान उसके घर से एक और ग्रेनेड बरामद किया गया और उसके साथी हुसैन को भी एक पिस्तौल, एक मैगजीन और नौ राउंड के साथ गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा,
“वे एक बड़ी साजिश का हिस्सा हैं और भाईचारे को नुकसान पहुंचाने के लिए एक मंदिर, एक गुरुद्वारा, एक सेना शिविर और एक अस्पताल सहित विभिन्न स्थानों पर ग्रेनेड हमले करके पुंछ जिले में आतंक पैदा करने की कोशिश कर रहे
जैन ने कहा कि सीमा पार से जुड़े दो आतंकवादियों की गिरफ्तारी के साथ ही पिछले साल नवंबर से जिले में हुए ग्रेनेड हमलों के सभी पांच मामले सुलझ गए हैं।
उन्होंने कहा, “जेकेजीएफ मॉड्यूल का भंडाफोड़ सभी सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।” उन्होंने कहा कि आतंकवादियों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने कहा कि अब तक आतंकवादियों से पूछताछ में पता चला है कि उन्हें सीमा पार अपने आकाओं से हथियारों, गोला-बारूद और 1.5 लाख रुपये की चार खेप मिली थी।
उन्होंने कहा कि उन्हें पिस्तौल चलाने का प्रशिक्षण दिया गया था और उन्होंने जंगल क्षेत्र में अभ्यास के लिए कुछ राउंड फायरिंग भी की थी।
पुलिस के अनुसार, अजीज पिछले साल 15 नवंबर को सुरनकोट में शिव मंदिर, 26 मार्च को पुंछ में गुरुद्वारा महंत साहिब, जून में पुंछ के कामसार में सेना की संतरी चौकी और 14 अगस्त को सीआरपीएफ संतरी चौकी के पास एक स्कूल के मैदान पर ग्रेनेड फेंकने में शामिल था।
पुलिस ने कहा कि हुसैन ने 18 जुलाई को जिला अस्पताल क्वार्टर के पास ग्रेनेड फेंका था।
दोनों आतंकवादियों ने सुरनकोट के विभिन्न स्थानों पर राष्ट्र विरोधी पोस्टर भी चिपकाए, जिनमें हरी, धुंधक, सनाई, ईदगाह-हरी और अन्य आस-पास के इलाकों में सरकारी हाई स्कूल शामिल हैं। पुलिस ने कहा कि ये पोस्टर हुसैन के घर पर छपे थे और पिछले साल अगस्त में उनके हैंडलर के निर्देश पर लोगों में डर पैदा करने के लिए चिपकाए गए थे।
12 सितंबर को इस मॉड्यूल के एक अन्य सदस्य, दरियाला निवासी मोहम्मद शब्बीर को भारी मात्रा में विस्फोटकों के साथ गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा कि अजीज ने उसे विस्फोटक मुहैया कराए थे।
एडीजीपी जैन ने कहा कि विदेशी भाड़े के आतंकवादियों सहित आतंकवादियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हम आतंकवादियों के समर्थन आधार को नष्ट करने के लिए भी काम कर रहे हैं और उच्च स्तरीय कार्यकर्ताओं की संपत्तियों की कुर्की सुनिश्चित करेंगे।’’
जैन ने बूढ़ा अमरनाथ यात्रा और लोकसभा तथा विधानसभा चुनावों के शांतिपूर्ण संचालन को सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बलों की सराहना की।