बाराबंकी , 13 May : लखनऊ-अयोध्या हाईवे स्थित आक्सीजन प्लांट में गैस रिफिल करते समय दो सिलेंडर में विस्फोट हो गया। हादसा इतना भीषण था कि रिफिल कर रहे कर्मचारी के चीथड़े उड़ गए। शव के कई टुकड़े दीवारों पर जा चिपके तो कुछ फैक्ट्री के बाहर करीब सौ मीटर दूर तक सड़क व प़ड़ोसी कालेज के अंदर जाकर गिरे। यही नहीं, प्लांट में लगी टिनशेड, कार्यालय और बिलकुल बगल स्थित कालेज के दरवाजे व खिड़कियों के शीशे चकनाचूर हो गए। प्लांट की एक दीवार तक गिर गई।
कोतवाली नगर अंतर्गत सफेदाबाद स्थित सारंग प्लास्टइंज प्राइवेट लिमिटेड आक्सीजन प्लांट स्थित है। प्लांट लखनऊ के महानगर विस्तार निवासी प्रशांत गुप्ता व उनकी पत्नी मुक्ता गुप्ता का बताया जाता है। सोमवार दोपहर करीब एक बजे रिफलिंग करते समय अचानक दो सिलेंडर फट गए, जिसके विस्फोट से रिफलिंग कर रहे सतरिख थाना के मनेरा गांव निवासी लालजी यादव के चीथड़े उड़ गए।
ऊपर लगी सीमेंट की टिनशेड टूटकर उड़ गई और आसपास खड़े सभी सिलेंडर गिर गए। हादसे के समय लालजी अकेले रिफिल कर रहे थे, जबकि अंदर चार-पांच मजदूर काम कर रहे थे।
बताया जाता है कि अन्य कर्मचारी लंच पर गए हुए थे। हादसे में मनेरा गांव के ही दूसरे कर्मचारी राजेंद्र यादव के सिर में चोट लगी है, जिन्हें उपचार के बाद घर भेज दिया गया। डीएम सत्येंद्र कुमार झा, एसपी दिनेश कुमार सिंह, एएसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा, सीएमओ डा. अवधेश कुमार यादव, सीओ जगतराम कनौजिया, सीएफओ राज प्रकाश राय व कई थानों की पुलिस व दमकल टीम मौके पर पहुंची।
बोरों में एकत्र किए शव के टुकड़े
हादसे में कर्मचारी के शव के इतने टुकड़े हो गए थे कि देखने वालों के रोंगटे खड़े हो गए। प्लांट की दीवार, उपकरण, पेड़ और फैक्ट्री के बाहर तक शव के अवशेष बिखरे थे। कदम-कदम पर शव के अवशेष थे। प्लांट की दीवार से सटे एक इंजीनियरिंग कालेज की अधिकांश खिड़कियों के शीशे टूट गए, एक दीवार में होल हो गया और कालेज परिसर तक शव के अवशेष जा गिरे थे। सीओ सिटी ने कुछ पुलिस कर्मियों के साथ बोरों में शव के अवशेष एकत्र कराए।