बनी, 1 May : कुछ सालों से आतंक के साये से मुक्त दिख रहे प्राकृतिक खजाने से भरे शांत पहाड़ी क्षेत्र बनी में संदिग्ध गतिविधियों को देखे जाने से लोगों में डर का माहौल बनने लगा है। दो दशक पहले आतंकवाद से प्रभावित रहे बनी में बीती रात सात आतंकियों के दल को स्थानीय लोगों द्वारा देखे जाने से दहशत का माहौल है।
लोगों में डर का माहौल
हालांकि सेना ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए बड़े पैमाने पर सुबह से ही तलाशी अभियान चला रखा है,लेकिन लोगों में अब फिर आतंकी गतिविधियां शुरू होने की आशंका बनी है। जिससे लोगों में असुरक्षा का माहौल बना है रविवार रात को डग्गर पंचायत के अंतर्गत रिनडा स्थान पर आतंकवादी देखे जाने के बाद एक बार फिर बनी के लोगों को आतंकवाद के पुराने दौर की याद ताजा हो गई है।
सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया
हालांकि सोमवार को सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया लेकिन लोगों के दिल पर लगे पुराने जख्म एक बार फिर ताजा हो गए हैं क्योंकि वह भी समय था जब अंधेरा होने से पहले ही लोग अपने घर को बंद कर देते थे दरवाजे पर सरीया लगा देते थे उन दिनों को लोग फिर याद करने लगे यहां तक के सोमवार को सभी चौक और चौराहा पर इसकी चर्चा होने लगी उसमें ज्यादातर यह लोग यह कहते सुनाई दिए के छह महीने पहले सरकार ने बनी से सेना को उठा लिया था और एक बार फिर अब बनी में सेना की वापसी की मांग उठने लगी है यहां तक के एसओजी की पोस्टों को भी यहां से उठा लिया था सोमवार को अधिकतर लोग एक दूसरे के संपर्क में दिखाई दिए।
रिनडा में आतंकवादियों के बारे में ही पूछताछ करते रहे जानकारी के अनुसार शाम तक सर्च ऑपरेशन जारी था और एसएसपी शिवदीप सिंह भी सेना के साथ सर्च ऑपरेशन में जुटे हुए थे तो वहीं एडीजीपी जम्मू आनंद जैन ने सोमवार को वहां का दौरा किया था और पुलिस को निरीक्षण भी दिए थे
पहाड़ी क्षेत्र बनी पहले से ही आतंकवाद से बुरी तरह प्रभावित हुआ
डग्गर पंचायत में आतंकवादियों के दिखाई देने से लोग वूरी तरह से सहमे हुए हैं इसलिए सरकार को चाहिए के बनी के लोगों की सुरक्षा के प्रबंध किया जाए और जहां पर भी आतंकवाद के समय सेना के कैंप होते थे उन्हें दोबारा वापस लाया जाए। जिस समय सेना को यहां से उठाया गया था उसे समय भी में ने सेना को वापस रखने की मांग की थी पहाड़ी क्षेत्र बनी पहले से ही आतंकवाद से बुरी तरह प्रभावित हुआ है और एक बार फिर लोगों के पुराने याद ताजा होगी सरकार को चाहिए कि जो बंदूकें चुनाव के समय पुलिस थाना में रखी हुई है उनको वापस दिया जाए और सेना को लगातार बनी में रखा जाए।– उत्तमचंद, पूर्व सरपंच
डरने की जरूरत नहीं
बनी के लोगों को डरने की कोई जरूरत नहीं है सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस अपना कार्य कर रही है इसके लिए पुलिस के उच्च अधिकारी भी पहुंचे हुए हैं और सभी अपना कार्य कर रहे हैं इसके लिए सेना को भी बुला लिया है।- प्रद्युम्न अत्री, तहसीलदार, बनी