भोपाल , 27 Apr : मध्य प्रदेश भाजपा के कद्दावर नेता और प्रदेश में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड बनाने वाले शिवराज सिंह चौहान अब राष्ट्रीय राजनीति में अपना दमखम दिखा सकते हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इसके संकेत दिए थे।
पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के हरदा में आयोजित एक चुनावी रैली में कहा था कि अब वह शिवराज सिंह चौहान को दिल्ली ले जाना चाहते हैं। इसके बाद से ही उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में अहम रोल दिए जाने के कयास लग रहे हैं। पीएम ने शिवराज सिंह की प्रशंसा भी की थी और कहा था कि दोनों ने पार्टी संगठन और फिर मुख्यमंत्री रहते हुए एक साथ काम किया था।
विदिशा से दिया टिकट
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा ने शिवराज सिंह को विदिशा संसदीय क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बनने से पहले वह पांच बार इस सीट से सांसद रह चुके हैं। पारंपरिक तौर पर यह सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती है, जहां से अटल बिहारी वाजपेयी एवं सुषमा स्वराज जैसे दिग्गज भाजपा नेता संसद चुनकर जा चुके हैं।
पांच बार रह चुके हैं सासंद
खुद शिवराज सिंह चौहान 1991 उपचुनाव एवं 1996, 1998, 1999 और 2004 का लोकसभा चुनाव विदिशा से जीत चुके हैं। कांग्रेस ने शिवराज सिंह चौहान के मुकाबले प्रताप भानु शर्मा को विदिशा से मैदान में उतारा है, जो कि 1980 में इंदिरा लहर और फिर 1984 में उनकी मृत्यु के कारण पैदा हुई सहानुभूति लहर में विदिशा से चुनाव जीत चुके हैं।
फिलहाल, भाजपा की ओर से शिवराज सिंह चौहान को विदिशा से प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा के बाद से ही कयास लगाए जाने लगे थे कि उन्हें केन्द्रीय राजनीति में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। अब पीएम मोदी के हालिया बयान के बाद इस बात को और बल मिला है।