जम्मू , 2 Apr : लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Election 2024) में दिव्यांगों और 85 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग घर बैठे मतदान कर सकेंगे। चुनाव आयोग (ECI) के आदेश पर पहली बार जम्मू-कश्मीर प्रशासन (Jammu- Kashmir Administration) इन श्रेणियों के मतदाताओं के घर जाकर उनसे मतदान करवाएगा। इसके लिए बूथ स्तर सर्वे हो रहा है और ऐसे मतदाताओं से फार्म भरवाए जा रहे हैं।
सभी आंकड़े जुटाकर घर-घर जाकर मतदान करवाने के लिए टीमें बनाई जाएंगी। दरअसल, अकसर यह देखा गया है कि मतदान के दौरान बुजुर्गों व दिव्यांगों को सबसे अधिक परेशानी होती है। इसलिए नई व्यवस्था की गई है। अब मतदान केंद्रों पर रैंप, व्हील चेयर, मतदान कक्ष तक लाने व ले जाने की व्यवस्था, मेडिकल किट भी उपलब्ध रहेगी।
रियासी के उपारयुक्त विशेष पाल महाजन ने बताया कि सर्वे का काम तेजी से चल रहा है। सूची तैयार होते ही मतदान कराने वाली टीमें बना ली जाएंगी। प्रत्येक टीम में बूथ स्तर का अधिकारी, पुलिस विभाग के अधिकारियों समेत करीब पांच से छह लोग रहेंगे।
यह मतदान पोस्टल बैलेट के जरिए होगा। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। यही नहीं, दिव्यांगों को मतदान, मतदाता पहचान पत्र की जानकारी चाहिए तो पीडब्ल्यूडी ऐप से समाधान पा सकते हैं। इसके अलावा भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर जा सकते हैं।
एनसीसी, आशा वर्कर्स की तैनाती
बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए एनसीसी, एनएसएस, स्काउट एंड गाइड, आशा वर्कर्स सहित अन्य स्वयंसेवकों को तैनात किया जाएगा। मतदान केंद्रों में आने वाले दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं की ये स्वयंसेवक मदद करेंगे। व्हीलचेयर भी मिलेगी। स्वयं सेवक दिव्यांगों को मतदान केंद्र के प्रवेश द्वार तक पहुंचाएंगे। मतदान केंद्र में तैनात अधिकारी व कर्मचारी भी सहायता प्रदान करेंगे।
14 हजार से अधिक अधिकारी-कर्मचारी लगाए
जम्मू-रियासी लोकसभा क्षेत्र (Jammu-Reasi Lok Sabha) में मतदान 26 अप्रैल को होना है। इस सीट पर मतदान प्रक्रिया में 14,701 कर्मचारियों को लगाया जा रहा है। जम्मू के जिला चुनाव अधिकारी सचिन कुमार वैश्य समेत अन्य अधिकारियों ने अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी समझाने के निर्देश दिए हैं। कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। जम्मू में 9000, सांबा में 1823, रियासी में 2960 और सुंदरबनी-कालाकोट में 918 अधिकारियों-कर्मचारियों को मतदान करवाने के लिए नियुक्त किया गया है।