ऊधमपुर, 1 Apr : रामबन के किश्तवाड़ी पत्थर, मिहाड़ और शेरबीबी इलाके में शनिवार देर रात को बारिश के दौरान पहाड़ से पत्थर व मलबा गिरने से जम्मू-श्रीनगर हाईवे करीब 17 घंटे बंद रहा। इस दौरान ऊधमपुर व रामबन में घाटी जाने वाले वाहनों को रोककर रखा गया। शाम तक रोके जाने के कारण यात्रियों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा।
हाईवे पर गिरे मलबे को हटाने में फोरलेन राजमार्ग का निर्माण कर रही कंपनी की मशीनरी को घंटों लग गए। रविवार शाम पांच बजे हाईवे खुलने पर यात्रियों व वाहन चालकों ने राहत की सांस ली। हालांकि इसके बाद जाम की स्थिति बन गई थी। गौरतलब है कि शनिवार को सुबह भी रामबन में बारिश व पहाड़ से पत्थर व मलबा गिरने के कारण जम्मू-श्रीनगर हाईवे करीब पांच घंटे तक बंद रहा।
शनिवार को दिन में करीब 11 बजे हाईवे को खोलकर वाहनों की आवाजाही बहाल कर दी गई थी। रामबन में शनिवार रात को फिर से बारिश शुरू हुई और बारिश के दौरान ही रात करीब 12 बजे किश्तवाड़ी पत्थर, मिहाड़, शेर बीबी व अन्य कई इलाकों में मलबा व पत्थर हाईवे पर गिरने से वाहनों की आवाजाही बंद हो गई। रात होने के कारण हाईवे को खोलने का कार्य शुरू नहीं किया जा सका। रविवार को सुबह छह बजे हाईवे को खोलने का काम शुरू कर दिया गया।
17 घंटे बंद रहा जम्मू-श्रीनगर हाईवे
ऊधमपुर से घाटी जाने वाले वाहनों पर शनिवार रात को ही प्रतिबंध लगा दिया गया था। रविवार को सुबह होते ही ऊधमपुर में रोके गए वाहनों की कतार बढ़ने लगी और सुबह 10 बजे तक ऊधमपुर के जखैनी, भारत नगर, रठियान, गरनई, टिकरी में सैकड़ों वाहनों को रोक दिया गया था। जखैनी इलाके में ज्यादातर यात्री वाहनों को रोका गया था और शौचालय, पीने का पानी, खाने की सुविधा नहीं होने के कारण यात्रियों को बहुत अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ा।
जाम खुलवाने में पुलिस को करनी पड़ी कड़ी मशक्कत
फोरलेन राजमार्ग का निर्माण कर रही कंपनी को हाईवे पर गिरने वाले मलबे को उठाने के लिए शाम तक मशक्कत करनी पड़ी और शाम करीब पांच बजे मलबा हटने के बाद वाहनों की आवाजाही शुरू की गई। पुलिस ने सबसे पहले रामबन में दोनों तरफ रोके गए वाहनों को घाटी और जम्मू की तरफ रवाना किया। हालांकि इसके बाद जाम की स्थिति पैदा हो गई और पुलिस को जाम खुलवाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी।