जम्मू , Jammu Kasshmir , 28 Mar : जम्मू नगर निगम का वेटनरी विंग एक अप्रैल से कुत्तों का पंजीकरण नहीं करवाने वालों पर सख्ती करने जा रही है। खासकर जिन लोगों ने प्रतिबंधित पिलबुल और रॉटविलर (Pilbull and Rottweiler Dogs) प्रजाति के कुत्ते पाल रखे हैं और उन्होंने अब तक नगर निगम में शपथ पत्र नहीं दाखिल किया है, उनसे 5000 रुपये जुर्माना वसूला जाएगा। इन नस्लों के कुत्तों का पंजीकरण भी निगम ने बंद कर दिया है।
रॉटविलर नस्ल के कुत्तों को पालने पर लगाई गई थी रोक
निगम ने दो माह पहले ही शहर में पिटबुल और रॉटविलर नस्ल के कुत्तों को पालने पर रोक लगाई थी। बिना प्रशिक्षण के दोनों प्रजाति के कुत्तों को रखना खतरनाक माना गया है। ये स्वभाव से आक्रामक व हिंसक होते हैं। अगर किसी ने इन्हें रखा है तो उसे जम्मू नगर निगम को शपथ पत्र देना होगा। पिछले दो माह में अब तक बहुत कम लोगों ने शपथ पत्र दाखिल किया है। आने वाले समय में निगम इन नस्ल के कुत्तों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाएगा। इसके लिए निगम के जनरल हाउस में प्रस्ताव पारित किया जाएगा। फिलहाल निगम के चुनाव लंबित हैं।
इन राज्यों में लगाया हुआ है प्रतिबंध
देश के विभिन्न शहरों दिल्ली, जयपुर, गाजियाबाद, सहारनपुर, पंचकुला आदि में पहले ही इन कुत्तों पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। इतना ही नहीं विगत दिवस ही उत्तर प्रदेश सरकार ने 23 नस्लों को क्रूरता के दायरे में लाते हुए प्रतिबंधित किया है। फिलहाल जम्मू शहर में पिटबुल व रॉटविलर पर ही रोक लगाई है। अलबत्ता सभी प्रकार के कुत्तों का पंजीकरण निगम ने अनिवार्य किया है। ऐसा नहीं करने वालों को पांच हजार रुपये तक जुर्माना किया जा सकता है। इतना ही नहीं कुत्ते द्वारा किसी को काटे जाने पर सख्त कानूनी कार्रवाई भी होगी।
वहीं जिन लोगों ने इन नस्ल के कुत्तों को पाल रखा है वे शपथ पत्र देकर निगम को सूचित करेंगे कि किस प्रायोजन के लिए कुत्ता पाला जा रहा है। वहीं, निगम ने पार्क और लिफ्ट में कुत्तों को ले जाते समय उनके मुंह पर जाल लगाने के निर्देश दिए हैं। जम्मू शहर में करीब 46 हजार आवारा कुत्तों के अलावा आठ हजार के करीब पालतू कुत्ते हैं। इनमें बहुत से लोग पिटबुल व रॉटविलर भी रखते हैं।
सामान्य प्रजाति के कुत्ते के लिए 500 रुपये पंजीकरण शुल्क
जम्मू नगर निगम अधीनस्थ 71 वार्डों में रहने वालों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे सामान्य प्रजाति के अपने कुत्ते का पंजीकरण जरूर करवाएं। यह पंजीकरण आनलाइन होगा। घर बैठे निगम की वेबसाइट पर जाकर इनका पंजीकरण कर सकते हैं। सामान्य प्रजाति के कुत्तों का वार्षिक पंजीकरण शुल्क 500 रुपये रखी गई है। नवीनीकरण के लिए हर वर्ष 300 रुपये देने होंगे। आवेदक jansugam.jk.gov.in पर विस्तृत जानकारी लेने के साथ पंजीकरण करवा सकते हैं। इसके अलावा मोबाइल नंबर 9858022175 पर भी संपर्क कर सकते हैं।
आक्रामक कुत्ते पालने का बढ़ा शौक
आजकल शहरों में आक्रामक नस्ल के कुत्तों को पालने का शौक बढ़ता जा रहा है। लोग इन कुत्तों को अपने परिवार के सदस्य के रूप में ट्रीट करते हैं। कुत्तों के खाने-पीने पर भी भारी भरकम खर्च किया जाता है। इस बढ़ते शौक से शहर में दर्जनों ऐसी दुकानें खुल गई हैं, जहां कुत्तों के खाने-पीने, रखरखाव का सामान बेचा जा रहा है। रोजाना सुबह-शाम लोग कुत्तों को घुमाते दिख जाते हैं।
अब तक 40 हजार कुत्तों का बधियाकरण
नगर निगम से मिली जानकारी के मुताबिक, शहर में अब तक करीब 40 हजार कुत्तों का बधियाकरण किया जा चुका है। निगम का रूपनगर में एनिमल केयर सेंटर है, जहां दिल्ली के पशु कल्याण संगठन फ्रेंडिकोइस-एसईसीए के सहयोग से कुत्तों का बधियाकरण व टीकाकरण किया जाता है। निगम के अनुसार करीब 47 हजार आवारा कुत्ते हैं। निगम विभिन्न मुहल्लों से कुत्ते उठाता है और फिर इनकी नसबंदी व टीकाकरण कर इन्हें दोबारा उसी जगह छोड़ दिया जाता है। ऐसा सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर किया जाता है।