उधमपुर, 21 Mar : Jammu Kashmir Lok Sabha Election: उधमपुर- कठुआ संसदीय सीट को दस बार जीतने वाली कांग्रेस को अपने उम्मीदवार की तलाश में भारी जद्दोजहद करनी पड़ी है। कांग्रेस के लिए यह सीट इसलिए भी अहम रही है क्योंकि डॉ. कर्ण सिंह इस सीट पर चार बार विजयी हुए है।
इस सीट पर कर्ण सिंह लगातार विजयी बने
इस सीट पर कर्ण सिंह 1971 से लेकर 1980 तक तीन बार लगातार विजयी रहे हैं, मगर अब कांग्रेस को अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारने के लिए लाल सिंह को पार्टी में शामिल करने की जरूरत महसूस हो गई। यह सीट पांच बार भाजपा ने जीती है। अपने पास कोई प्रभावी उम्मीदवार न होने के कारण कांग्रेस को लाल सिंह को उम्मीदवार बनाना के सिवाए पार्टी के पास शायद कोई चारा नहीं बचा था।
चौधरी लाल सिंह दो बार लगातार विजयी बने
चौधरी लाल सिंह कांग्रेस की तरफ से दो बार लगातार जीत चुके हैं। इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार रहे गुलाम नबी आजाद भाजपा के उम्मीदवार डा. जितेंद्र सिंह से साल 2014 में करीब पचास हजार वोटों से हार गए थे। साल 2014 में जब केंद्र में भाजपा सरकार बनी तो कांग्रेस देश के अन्य हिस्सों की तरह जम्मू कश्मीर में भी कमजोर होती गई। साल 2019 में कांग्रेस के उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह भाजपा के डा. जितेंद्र सिंह से चुनाव हार गए थे।
इस साल कांग्रेस के लिए यह स्थिति बन गई थी कि पार्टी में कोई सशक्त उम्मीदवार ही नहीं मिल रहा था। इसलिए अब कांग्रेस दो बार के सांसद रहे लाल सिंह पर अपना दांव चलाने के लिए तैयार है। लाल सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए है और उनकी बतौर उम्मीदवार एक दो दिन में घोषणा कर दी जाएगी। कांग्रेस यह मानती है कि भाजपा के उम्मीदवार डा. जितेंद्र सिंह को टक्कर देने वाला उम्मीदवार मैदान में उतारा जाए।
क्या कहता है इस सीट का इतिहास
इस सीट का इतिहास बताता है कि इस सीट पर कांग्रेस का दस बार व भाजपा का पांच बार कब्जा रहा है। साल 1957 में कांग्रेस के इंद्रजीत मल्होत्रा, साल 1967 में डा. कर्ण सिंह, साल 1968 में जीएस ब्रिगेडियर, साल 1971 में डा. कर्ण सिंह, साल 1977 में डा. कर्ण सिंह, साल 1980 में डा. कर्ण सिंह, साल 1984 में गिरधारी लाल डोगरा, साल 1989 में धर्मपाल शर्मा, साल 2004 में चौधरी लाल सिंह, साल 2014 में चौधरी लाल सिंह विजयी रहे थे।
वहीं भाजपा की तरफ से साल 1996 में प्रो. चमन लाल गुप्ता, 1998 में चमन लाल गुप्ता, 1999 में चमन लाल गुप्ता, साल 2014 में डा. जितेंद्र सिंह, साल 2019 में डा. जितेंद्र सिंह विजयी रहे थे। इस बार गुलाम नबी आजाद की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी की तरफ से पूर्व मंत्री जीएम सरूरी चुनाव लड़ रहे हैं। आगे विधानसभा चुनाव होने वाले है इसलिए कांग्रेस व लाल सिंह को अपने जनाधार का पता भी लग जाएगा।