कठुआ , 2 Feb : जम्मू-कश्मीर सरकार में कांग्रेस की ओर से दो बार मंत्री और दो बार लगातार कांग्रेस के सांसद रह चुके चौधरी लाल सिंह एक बार फिर बीजेपी में जल्द शामिल हो सकते है। इसकी चर्चा राजनीतिक गलियारे में जोर पकड़ी हुई है। लाल सिंह इस समय तो कांग्रेस में नहीं है।
कुछ वर्ष से डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी चला रहे हैं, जिसके वो खुद ही संस्थापक है। उससे पहले वे वर्ष 2014 में कांग्रेस द्वारा तीसरी बार लोकसभा क्षेत्र ऊधमपुर से उम्मीदवार न बनाए जाने पर नाराज होकर भाजपा में शामिल हो गए थे। कांग्रेस ने तीसरी बार लगातार टिकट न देकर उसकी जगह तब गुलाम नबी आजाद को पहली बार मैदान में उतारा था, तब उन्होंने गुलाम नबी आजाद के खिलाफ प्रचार किया था, जिसके कारण गुलाम नबी आजाद कुछ मतों के अंतर से हार गए थे।
महबूबा मुफ्ती के खिलाफ हुए थे हमलावर
इस बीच उस समय लाल सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति में कठुआ में ही भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। बसोहली विस क्षेत्र से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़े और चुने गए, जिसमें भाजपा ने भी लाल सिंह को प्रदेश में वन मंत्री बनाया, लेकिन वर्ष 2017 में कठुआ मामले में लाल सिंह द्वारा अपनी ही पार्टी के बाहर जाकर मामले की सीबीआई जांच न कराने को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के खिलाफ आक्रामक हो गए। इस पर उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था।
स्थायी जमानत का राजनीतिक गतिविधियों में उठाएंगे लाभ
इससे क्षुब्ध लाल सिंह ने भाजपा से भी किनारा कर लिया और फिर खुद की डोगरा स्वाभिमान संगठन की स्थापना की, तब से उसी के बैनर तले अपनी राजनीतिक गतिविधियां चला रहे हैं। गत 2019 के लोकसभा चुनाव में लाल सिंह के संगठन को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद ईडी के मामले में फंस गए और उसके कारण कुछ दिन जेल भी हुई। अब कोर्ट से उन्हें स्थायी जमानत मिली है, जिसका वे लाभ फिर से राजनीतिक गतिविधियां शुरू करने के लिए कर रहे हैं, क्योंकि आगामी लोकसभा चुनाव सिर पर है।
कांग्रेस की बजाय बीजेपी में अपना भविष्य देख रहे लाल सिंह
इसके चलते वे फिर किसी राष्ट्रीय दल में ही शामिल होकर दोबारा सक्रिय होना चाहते है। उनके भाजपा के अलावा कांग्रेस में भी शामिल होने की चर्चा पिछले कुछ दिनों से तेज हुई थी, क्योंकि कांग्रेस के उच्च नेता उनसे संपर्क बना रहे थे, लेकिन राजनीति के चतुर खिलाड़ी माने जाने वाले लाल सिंह अब शायद कांग्रेस के डूबते जहाज में सवार होने की बजाय दोबारा भाजपा में अपना भविष्य दिख रहे है, इसलिए उनकी वीरवार कठुआ शहर से लेकर जम्मू प्रदेश भाजपा और उनके अपने कार्यकर्ताओं के बीच भाजपा में ही शामिल होने की चर्चाएं तेज हो गई हैं।
पता चला है कि फरवरी में ही लाल सिंह भाजपा में शामिल हो सकते हैं, इससे पहले 3 मार्च को शहीदी दिवस के दिन शामिल होने की चर्चा चल रही थी। भाजपा के नेता और लाल सिंह की पार्टी के नेता भाजपा में शामिल होने की चर्चा को मान रहे हैं, लेकिन पुष्टि नहीं कर रहे हैं।