PM Modi Vande Mataram Speech , 8 Dec : पीएम मोदी ने सोमवार को लोकसभा के शीतकालीन सत्र के छठे दिन ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर चर्चा का शुभारंभ किया. लगभग एक घंटे के अपने भाषण में उन्होंने ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ ब्रिटिश शासन को दिया गया करारा जवाब था और आज भी यह नारा देशवासियों को प्रेरित कर रहा है. पीएम मोदी ने याद दिलाया कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी को भी यह गीत बहुत प्रिय था तथा वे इसे राष्ट्रगान के रूप में देखते थे. बापू के लिए इस गीत में अपार शक्ति थी.
सवाल उठाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ दशकों में इसके साथ इतना बड़ा अन्याय क्यों हुआ? वंदे मातरम् के साथ विश्वासघात क्यों किया गया? आखिर वह कौन-सी ताकत थी जो पूज्य बापू की भावनाओं पर भी भारी पड़ गई?
60 मिनट के 14 कीवर्ड
संसद में प्रधानमंत्री ने वंदे मातरम पर करीब एक घंटे भाषण दिया. इस दौरान वह कांग्रेस पर हमला करते हुए नजर आए. अपने पूरे भाषण में उन्होंने 14 बड़े कीवर्ड रिपीट किए. इसकी चर्चा अब देश में हो रही है.
- वंदे मातरम्-121 बार
- देश-50 बार
- भारत-35 बार
- अंग्रेज-34 बार
- बंगाल- 17 बार
- कांग्रेस- 13 बार बार
- संविधान- 3 बार बार
- मुसलमान- 2 बार बार
- तुष्टिकरण- 3 बार बार
- बंकिम चंद्र चटर्जी का नाम 10 बार
- नेहरू का नाम 7 बार
- महात्मा गांधी का नाम 6 बार
- मुस्लिम लीग का नाम 5 बार
- जिन्ना का नाम 3 बार
नेहरू पर पीएम मोदी का तीखा प्रहार
पीएम मोदी ने कहा कि 15 अक्टूबर 1936 को लखनऊ में मोहम्मद अली जिन्ना ने सबसे पहले ‘वंदे मातरम्’ के खिलाफ नारा बुलंद किया था. उस समय कांग्रेस के अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू को अपना ‘सिंहासन डोलता’ दिखाई दिया. पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि नेहरू को मुस्लिम लीग के इस आधारहीन विरोध का करारा जवाब देना चाहिए था, उसकी निंदा करनी चाहिए थी, लेकिन इसके उलट उन्होंने खुद ‘वंदे मातरम्’ की ही जांच-पड़ताल शुरू कर दी.
लोकसभा में विशेष चर्चा
संसद के शीतकालीन सत्र के छठे दिन सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने पर विशेष चर्चा हो रही है. इसके लिए सदन ने पूरे 10 घंटे का समय निर्धारित किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ठीक दोपहर 12 बजे इस ऐतिहासिक चर्चा की शुरुआत की. इसके बाद कांग्रेस की ओर से लोकसभा में उपनेता प्रतिपक्ष गौरव गोगोई ने सबसे पहले अपनी पार्टी का पक्ष रखा.
‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में भारत सरकार पूरे एक साल तक विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित कर रही है. इसी कड़ी में 2 दिसंबर को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई थी. बैठक में तय हुआ था कि 8 दिसंबर को लोकसभा और 9 दिसंबर को राज्यसभा में ‘वंदे मातरम्’ पर विस्तृत चर्चा होगी.







