
1 Dec : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने गीता जयंती के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं दीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “देशभर के मेरे परिवारजनों को श्रीमद्भगवद्गीता के अवतरण से जुड़े पावन दिवस ‘गीता जयंती’ की ढेर सारी शुभकामनाएं. कर्तव्य-पालन के अनमोल संदेशों से सुशोभित इस दिव्य ग्रंथ का भारतीय पारिवारिक, सामाजिक और आध्यात्मिक जीवन में अत्यंत विशिष्ट स्थान रहा है. इसके दिव्य श्लोक हर पीढ़ी को निष्काम कर्म के लिए प्रेरित करते रहेंगे. जय श्री कृष्ण.”
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “सभी को श्रीमद्भगवद्गीता जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं. भगवान श्रीकृष्ण का गीता का ज्ञान योग, कर्म, भक्ति और ध्यान का संतुलन बनाकर मानव जीवन को सही दिशा देने और हर एक परिस्थिति के लिए सशक्त बनाने वाला पवित्र ग्रंथ है. यह ग्रंथ मानवता को अनंत काल तक सत्य, करुणा और धर्म की रक्षा के लिए प्रेरित करता रहेगा.”
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा, “गीताशास्त्रमिदं पुण्यं यः पठेत्प्रयतः पुमान्. विष्णोः पदमवाप्नोति भयशोकादिवर्जितः॥ आप सभी को श्रीमद्भागवतगीता जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. गेश्वर भगवान श्रीकृष्ण ने चराचर जगत के कल्याण हेतु भक्ति योग, ज्ञान योग और कर्म योग के अद्वितीय संगम से सम्पन्न श्रीमद्भगवद्गीता के उपदेश स्वरूप में अनंत प्रकाश विश्व को प्रदान किया. आइये, हम सभी श्रीमद्भगवद्गीता के अमृत-तत्वों को अपने जीवन, कर्म और आचरण में आत्मसात करते हुए समाज, राष्ट्र और संपूर्ण विश्व में शांति व सद्भाव के लिए अग्रसर हों.”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा, “श्रीमद्भगवद्गीता जीवन का सार, धर्म का आधार और कर्म का मार्गदर्शन है. गीता जयंती के पावन अवसर पर सभी श्रद्धालु जनों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं. आइए, हम सब मिलकर गीता के संदेश ‘कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन’ को जीवन में उतारें. जय श्रीकृष्ण.”
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “‘गीता जयंती’ की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं. मानव जीवन को धर्म, कर्तव्य और सत्य के आलोक से भर देने वाली श्रीमद्भगवद्गीता सदियों से मनुष्य के अंतर्मन को दिशा देने वाला दिव्य उपदेश है. भगवान श्रीकृष्ण का यह अमूल्य उपहार संपूर्ण सृष्टि को साहस, विवेक और समत्व का मार्ग प्रदान करता है, एक ऐसा मार्ग जो हर युग में प्रासंगिक है. यह पावन दिवस हम सभी को ऐसे ही युगों-युगों तक कर्तव्यपथ पर अडिग रहने की प्रेरणा देता रहे. जय श्रीकृष्ण.”







