
श्रीनगर , 17 Nov : नौगाम थाने में शुक्रवार देर रात हुए दुर्घटनावश विस्फोट की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि फॉरैंसिक टीम द्वारा अत्यधिक रोशनी के इस्तेमाल के कारण भीषण धमाका हुआ। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी है। इस विस्फोट में 9 लोगों की मौत हो गई थी। अधिकारियों का कहना है कि रात करीब 11:20 बजे हुआ यह विस्फोट एक दुर्घटना थी, न कि आतंकवादी हमला। यह घटना उस वक्त हुई जब एक टीम हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय से लाई गई जब्त विस्फोटक सामग्री की अंतिम पेटी से नमूने ले रही थी।
नमूने एकत्र करने के लिए केंद्रीय फॉरैंसिक विज्ञान प्रयोगशाला और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एन.एस.जी.) के विशेषज्ञों की टीम ने इस क्षेत्र का दौरा किया। अधिकारियों का मानना है कि अंतिम कुछ पेटियों में तरल पदार्थ था, संभवतः एसिटोफेनोन, हाइड्रोजन पेरोक्साइड और सल्फ्यूरिक एसिड का मिश्रण। तरल पदार्थ की बारीकी से जांच करने के लिए प्रकाश व्यवस्था बढ़ा दी गई थी, जिसके कारण भीषण विस्फोट हुआ। एसिटोफेनोन एक सामान्य औद्योगिक रसायन है, जो एसिटोन पेरोक्साइड नामक अत्यधिक खतरनाक और संवेदनशील तात्कालिक विस्फोटक बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक नलिन प्रभात और संयुक्त सचिव (कश्मीर) प्रशांत लोखंडे ने शनिवार को एक जैसे बयान जारी कर आतंकी हमले की अटकलों को खारिज कर दिया था।







