श्रीनगर/जम्मू , 25 Sep : पहलगाम में हुए आतंकी हमले में आतंकवादियों की मदद करने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हमले के पांच महीने बाद पुलिस ने मददगार को गिरफ्तार किया है जो लश्करे तौयबा आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है। पकड़े गए मददगार की पहचान दक्षिण कश्मीर के मोहम्मद यूसुफ कटारिया के रूप में हुई है जिसने 22 अप्रैल को लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों की मदद की थी।
श्रीनगर पुलिस ने कटारिया को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया और फिर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार मोहम्मद युसुफ कटारिया भी आतंकी है और लश्कर-ए-तौयबा के छदम संगठन टी.आर.एफ से जुड़ा हुआ है। गौरतलब है कि आतंकियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में पर्यटकों के धर्म पूछ कर 26 लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी। कटारिया पर लश्कर आतंकियों को सहायता पहुंचाने के आरोप हैं।
पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन महादेव के दौरान बरामद हथियारों और अन्य सामानों का विश्लेषण के बाद यह गिरफ्तारी की गई । जांच में ये पुष्टि हुई है कि आतंकवादियों की आवाजाही में मदद और सुविधा प्रदान करने में कटारिया की अहम भूमिका थी। अधिकारियों ने इस घटनाक्रम को दक्षिण कश्मीर में आतंकी नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी सफलता बताया।
कटारिया के सहयोगियों की पहचान करने और लश्कर-ए-तैयबा (TRF) से जुड़े नेटवर्क को तबाह करने के लिए आगे की जांच जारी है। सूत्रों के अनुसार मोहम्मद यूसुफ कटारिया पहलगाम में संविदा पर काम करता था और स्थानीय बच्चों को पढ़ाता था। कुछ महीने पहले ही वह आतंकियों के संपर्क में आया और उनकी मदद करने लगा। पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 पर्यटकों की जान ले ली। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन TRF ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। लगातार आतंकियों का पीछा कर रहे सुरक्षाबलों के जवानों ने 28 जुलाई 2025 को ऑपरेशन महादेव के तहत सेना ने इस हमले में शामिल लश्कर के तीन आतंकियों को मार गिराया था और गोलाबारूद भी बरामद किया था।