कठुआ , 1 Aug : जिले के साथ लगती भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पार पाकिस्तान से कई आतंकी गुट भारत में घुसपैठ करने की ताक में हैं। सूत्रों के अनुसार कठुआ जिले के साथ सटे पठानकोट जिले के बमियाल सीमा क्षेत्र से जैश-ए-मोहम्मद के 4 आतंकियों का दल घुसपैठ करने के लिए तैयार बैठा है। सूत्र बताते हैं कि यह दल एक या दो दिन में किसी भी समय घुसपैठ कर सकता है, जिनके पास भारी मात्रा में हथियार भी हैं, जिसमें 2 एम 9, 3 ए.के. राइफल्स के अलावा अन्य गोला-बारूद भी है। जानकारी के अनुसार आतंकियों का दल बमियाल क्षेत्र से घुसपैठ कर जिला कठुआ की सीमा में घुस सकता है। वहां से उज्ज दरिया के किनारे से ऊंचे पहाड़ों की ओर जाने की ताक में है। इस मार्ग पर आतंकी मूवमैंट के दौरान किसी भी तरह से छिपने और रुकने के लिए कई गुप्त टनलों जैसे ठिकानों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
हालांकि भारतीय सुरक्षा बल सीमा पर किसी भी तरह की ऐसी नापाक साजिशों को नाकाम बनाने के लिए तैयार बैठे हैं, पूरे जिले में सुरक्षा तंत्र पहले से ही अलर्ट है। उधर पठानकोट के बमियाल क्षेत्र में भी सुरक्षा बल पहले से ही मुस्तैद हैं, दुश्मन के ऐसे किसी भी दुस्साहस को नाकाम करने के लिए सीमा पर ही पूरे प्रबंध किए हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की जगह-जगह गतिविधियां बढ़ी हैं, जिसमें सीमा से लेकर पहाड़ों तक संदिग्ध गतिविधियां बढ़ी हैं, कठुआ जिले में 2 दिन पहले राजबाग क्षेत्र में महिला को 3 संदिग्ध दिखे, जिसकी तलाशी में सुरक्षा बलों ने पूरा क्षेत्र खंगाल दिया, उसके दूसरे दिन सुबह बुधवार फिर राजबाग क्षेत्र के छब्बेचक में भी 3 संदिग्ध दिखने की सूचना थी, जो उज्ज दरिया के किनारे से उत्तर दिशा की ओर बढ़ते देखे गए, लेकिन उसके बाद वे कहां गए, इसकी कोई सूचना नहीं है, जिनका बाद में कोई पता नहीं चल पाया।
उल्लेखनीय है कि उज्ज दरिया के साथ लगता सीमांत क्षेत्र और वहां से कंडी और पहाड़ों को जाने वाले मार्ग पर आतंकियों के लिए कई मददगार काम करते हैं, वैसे भी उज्ज दरिया का रूट आतंकियों का काफी समय से सुरक्षित रहा है, जो अभी तक इस्तेमाल कर रहे हैं। उधर सीमा के साथ क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से ड्रोन की गतिविधियां भी देखी गईं।