नई दिल्ली , 2 May : कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास के निधन पर गहरा दुख एवं शोक व्यक्त किया है। उन्होंने गिरजा व्यास के परिवार को एक शोक पत्र लिखकर उनकी सेवाओं और व्यक्तित्व को याद किया।
सोनिया गांधी ने गिरजा व्यास के भाई गोपाल कृष्ण शर्मा को लिखे अपने पत्र में कहा, “आपकी बड़ी बहन, वरिष्ठ कांग्रेस नेता, पूर्व मंत्री, साहित्य जगत की सशक्त आवाज, प्रख्यात कवियित्री, सौम्य एवं वाकपटु डॉ. गिरजा व्यास के निधन की खबर से मुझे स्तब्ध हूं।” करीब एक महीने पहले उनकी गंभीर दुर्घटना हुई थी और उनका अहमदाबाद में इलाज चल रहा था। “उनकी मृत्यु न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि कांग्रेस, साहित्य जगत और समाज के लिए भी एक अपूरणीय क्षति है।”
सोनिया गांधी ने आगे लिखा, “राजनीतिक, सामाजिक और शैक्षिक क्षेत्र में उनकी भूमिका अविस्मरणीय है।” वह अपने जीवन के अंतिम क्षण तक कांग्रेस के सिद्धांतों और आदर्शों के प्रति प्रतिबद्ध रहीं। चाहे संगठन स्तर पर हो या सरकार में, उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपी गई, उन्होंने उसे कर्तव्यनिष्ठा से निभाया। “उनके जैसे बहुमुखी व्यक्तित्व के निधन से एक शून्य पैदा हो गया है जिसे भरना आसान नहीं होगा।”
डॉ. गिरजा व्यास का गुरुवार, 1 मई को अहमदाबाद में निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर कल देर रात उदयपुर लाया गया, जहां शुक्रवार सुबह उनके निवास स्थान ‘देवतम गिरि’ पर जनता के दर्शनार्थ रखा गया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह दत्तासरा, नेता प्रतिपक्ष टीका राम जौली, भाजपा विधायक दीप्ति माहेश्वरी, फूल सिंह मीना, तारा चंद जैन और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि 31 मार्च को गिरजा व्यास उदयपुर स्थित अपने घर में पूजा करते समय गंभीर रूप से जल गई थीं। आरती के दौरान दीपक से उनके दुपट्टे में आग लग गई। घरेलू कर्मचारी ने तुरंत आग बुझाई और उसे एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां से बाद में उसे बेहतर इलाज के लिए अहमदाबाद स्थानांतरित कर दिया गया। उनके भाई गोपाल शर्मा के अनुसार शुरुआती दिनों में उनकी हालत में सुधार के संकेत थे, लेकिन पिछले दो दिनों में उनकी हालत बिगड़ती गई और एक मई को उनकी मौत हो गई।