श्रीनगर, 11 अप्रैल: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को हुर्रियत से जुड़े पूर्व संगठनों द्वारा अलगाववाद को त्यागने और भारत की एकता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के फैसले की सराहना की। शाह ने कहा कि वह भारत के संविधान में भरोसा रखने के उनके फैसले का “ईमानदारी से स्वागत” करते हैं।
उनकी यह टिप्पणी जम्मू-कश्मीर मास मूवमेंट द्वारा हुर्रियत के साथ सार्वजनिक रूप से संबंध तोड़ने वाले नवीनतम समूह बनने के बाद आई है, जिससे ऐसे संगठनों की कुल संख्या 12 हो गई है।
इसे एक महत्वपूर्ण विकास मानते हुए, शाह ने कहा, “यह पीएम श्री @narendramodi जी के एक भारत श्रेष्ठ भारत के दृष्टिकोण की जीत है।”
एक्स पर एक पोस्ट में शाह ने लिखा, “मोदी सरकार के तहत जम्मू-कश्मीर में एकता की भावना कायम है।”
उन्होंने कहा, “हुर्रियत से जुड़े एक अन्य संगठन जम्मू-कश्मीर मास मूवमेंट ने अलगाववाद को खारिज कर दिया है और भारत की एकता के प्रति पूरी प्रतिबद्धता जताई है। मैं उनके इस कदम का तहे दिल से स्वागत करता हूं। अब तक हुर्रियत से जुड़े 12 संगठन अलगाववाद से अलग हो चुके हैं और भारत के संविधान पर भरोसा जता चुके हैं।”
पोस्ट के अंत में उन्होंने दोहराया, “यह प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के एक भारत श्रेष्ठ भारत के विजन की जीत है।”