जम्मू, 10 अप्रैल: आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को जम्मू में विधानसभा परिसर में भाजपा विधायकों के साथ अपने विधायक मेहराज मलिक की हाथापाई को लेकर पीडीपी और भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन किया।
मलिक के नेतृत्व में और भाजपा तथा पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के खिलाफ तख्तियां लिए आप कार्यकर्ताओं ने मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
बुधवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा परिसर में भाजपा सदस्यों और आप विधायक मलिक के बीच कथित तौर पर कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद हाथापाई हो गई थी।
आप के एकमात्र विधायक की सदन के बाहर मौजूद आरिफ अमीन के नेतृत्व में पीडीपी सदस्यों के साथ तीखी नोकझोंक भी हुई, जब विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के खिलाफ उनकी टिप्पणी पर आपत्ति जताई, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों को हस्तक्षेप करना पड़ा।
मलिक ने संवाददाताओं से कहा, “मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से जुड़े मुद्दे उठा रहा था। सदन को चलने नहीं दिया गया, जिससे लोगों की इच्छाओं का प्रतिनिधित्व करने में विफलता मिली, जबकि सदन सत्र में होने के बावजूद मुख्यमंत्री उनके (केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य) साथ श्रीनगर में थे।”
उन्होंने लोगों और उनकी आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करने की कसम खाई, भले ही सदन में व्यवधान हो। “मैं सभी के लिए बोलता हूं – हिंदू, मुसलमान। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुसलमानों के बारे में बात कर सकते हैं, तो मैं हिंदुओं के बारे में क्यों नहीं बोल सकता?”
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने सवाल किया कि अगर भगवा पार्टी वास्तव में हिंदुओं के मुद्दों का समर्थन करती है तो उसने मंदिरों के पास शराब की दुकानें क्यों नहीं हटाईं। “अगर मैं ऐसे मुद्दे उठाता हूं, तो क्या मैं हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहा हूं? भाजपा चुनाव जीतने के लिए धार्मिक कार्ड खेल रही है।”
मलिक ने सईद पर जम्मू एवं कश्मीर में भाजपा को सत्ता में लाने के लिए भी ‘‘दोषी’’ करार दिया।
आप विधायक ने कहा, “मैं मुफ्ती मोहम्मद सईद पर दिए गए अपने बयान पर कायम हूं… वे मुझे डरा नहीं सकते… उन्होंने मुस्लिम समुदाय को धोखा दिया है। मुफ्ती सईद की वजह से ही मैं इस हालत में हूं और भाजपा गुंडागर्दी कर रही है। अगर सदन में मेरी आवाज दबाई जा रही है और सदन के बाहर मुझ पर हमला हो रहा है, तो यह उन्हीं की वजह से है।”
दूसरी ओर, भाजपा विधायक विक्रम रंधावा ने मलिक पर निशाना साधते हुए कार्रवाई की मांग की तथा उनके खिलाफ कठोर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) लगाने की भी मांग की।
रंधावा ने संवाददाताओं से कहा, “उन्होंने अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। वह हमेशा हिंदुओं को गाली देते हैं। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे…”
विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने कहा कि आप विधायक ने गुंडे की तरह व्यवहार करके संसदीय मानकों को गिराया है।
उन्होंने कहा, “मैंने हिंदुओं पर उनकी टिप्पणी के संबंध में सदन में उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव रखा था, लेकिन कुछ नहीं किया गया।”
शर्मा ने कहा, “अगर अब आप हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाएंगे तो आपको न केवल विधानसभा में बल्कि सड़कों पर भी घेरा जाएगा। कोई भी इस बकवास को बर्दाश्त नहीं करेगा।”