नई दिल्ली, 14 फरवरी: शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों से पता चला है कि खाद्य पदार्थों खासकर सब्जियों की कीमतों में गिरावट के कारण जनवरी में थोक मूल्य मुद्रास्फीति कम होकर 2.31 प्रतिशत रह गई।
दिसंबर 2024 में थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति 2.37 प्रतिशत थी। जनवरी 2024 में यह 0.33 प्रतिशत थी।
आंकड़ों के अनुसार, जनवरी में खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति घटकर 5.88 प्रतिशत हो गई, जबकि दिसंबर 2024 में यह 8.47 प्रतिशत थी। सब्जियों की मुद्रास्फीति दिसंबर 2024 के 28.65 प्रतिशत के मुकाबले उल्लेखनीय रूप से घटकर 8.35 प्रतिशत रह गई।
आलू की मुद्रास्फीति 74.28 प्रतिशत पर उच्च स्तर पर बनी रही और प्याज की मुद्रास्फीति जनवरी में बढ़कर 28.33 प्रतिशत हो गई।
ईंधन और बिजली श्रेणी में दिसंबर में 3.79 प्रतिशत की अपस्फीति के मुकाबले जनवरी में 2.78 प्रतिशत की अपस्फीति देखी गई। विनिर्मित वस्तुओं में मुद्रास्फीति दिसंबर 2024 के 2.14 प्रतिशत की तुलना में 2.51 प्रतिशत रही।
बुधवार को जारी खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों से पता चला है कि खाद्य वस्तुओं की कीमतों में नरमी के कारण उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति जनवरी में घटकर 5 महीने के निचले स्तर 4.31 प्रतिशत पर आ गई।