रायबरेली, 15 May : कांग्रेस की राष्ट्रीय महा सचिव प्रियंका वाड्रा ने बुधवार को ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र के गांवों में जनसंपर्क किया। उन्होंने अपने भाई व लोकसभा प्रत्याशी राहुल गांधी के लिए लोगों से समर्थन मांगा। इस दौरान उन्होंने केंद्र की सरकार और पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी चुनाव के समय अजीब-अजीब सी बातें करते हैं।
पीएम कहते हैं कांग्रेस आपके गहने चुरा लेगी- प्रियंका
कहते हैं कि आपके पास दो गाड़ी है तो कांग्रेस एक गाड़ी ले लेगी। एक्स-रे मशीन लाएगी और आपके गहने चुरा लेगी। आपके दो भैंसे हैं तो एक भैंस चुरा लेगी। उन्होंने हंसते हुए जनता से कहा, भैंसों को पकड़ लो। क्या पता मैं चुरा लूं। कांग्रेस की नेता हूं।….
बात ये है कि दस सालों के राज के बाद जब अपने काम नहीं गिना सकते और ऐसी बकवास की बातें करते हैं तो इसका मतलब है कि मोदी कट गए हैं आपसे।
100 दिन के रोजगार की गारंटी देने के लिए कांग्रेस मनरेगा लेकर आई
प्रियंका ने कहा कि 100 दिन के रोजगार की गारंटी देने के लिए कांग्रेस मनरेगा लेकर आई। इससे आपको रोजगार का अधिकार मिला है। 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी नरेन्द्र मोदी के राज में है। उन्होंने कहा कि आपको भोजन का अधिकार मिला।
प्रियंका वाड्रा ने लोगों से पूछा कि आपको पांच किलो राशन मिलता है, लोगों ने बताया कि हां मिलता है। फिर पूछा कि मोदी जी की फोटो लगी है उसमें, लेकिन आपको मालूम है कि मोदी जी की सरकार आने से पहले कांग्रेस ने यह आपका अधिकार बनाया था। मोदी जी की मजबूरी है कि आपको राशन दे रहे हैं। कांग्रेस ने कानून बनाया था कि गरीब परिवार को भोजन का अधिकार है।
इंदिरा और सोनिया के कार्यकाल में हुए बड़े कार्य
उन्होंने कहा कि जिले का महान इतिहास रहा है। स्वतंत्रता का आंदोलन यहीं से शुरू हुआ। बड़े-बड़े नेता थे, लेकिन आपके बीच साधारण तरीके से आते थे। जितने बड़े कार्य हुए वह सब इंदिरा गांधी और सोनिया गांधी के कार्यकाल में हुए। यहां की तरक्की हुई।
उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थी, मैं छोटे से छोटे गांव में जाती हूं तो जब कोई बूढ़ी महिला मिलती है तो बताती हैं कि आपकी दादी आई थी। पिता जी प्रधानमंत्री थे अमेठी जाते थे तो कभी कोई काम न होने पर वहां के लोग खूब डांट खिलाते थे। पिता जी कहते थे कि जितना सवाल उठाए उतना अच्छा है।
अब सवाल उठाकर देखिए। उन्होंने कहा कि अमित शाह आए थे,एक पत्रकार ने किसी से पूछ लिया कि आपको यहां आने के लिए कितना मिला है तो उसने बता दिया कि 200 रुपये दिए। इस पर पत्रकार की खूब पिटाई की गई, सिर्फ सवाल उठाने पर। लोकतंत्र में जितने सवाल उठे उतना अच्छा है।