राजौरी, 24 Apr : (Jammu Kashmir News) प्रादेशिक सेना के जवान के घर पर हुए आतंकी हमले में भी पाकिस्तानी आतंकी व लश्कर कमांडर अबू हमजा (Foreign Terrorist Abu Hamza) का हाथ सामने आया है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का रहने वाला अबू हमजा पंजाबी (Rajouri Attack) में बातचीत करता है।
सूत्रों के अनुसार, जवान ने भी यही बताया है कि उसके घर आए आतंकी पंजाबी (Rajouri Killing) में ही बात कर रहे थे। आतंकियों के इसी दल ने 22 दिसंबर 2023 को पुंछ जिले के टोपा पीर क्षेत्र में सेना के वाहन पर हमला किया था, जिसमें चार जवान बलिदान हो गए थे। उस समय भी आतंकियों ने आधुनिक एम 4 राइफल का प्रयोग किया था। इस बार भी कुंडा टोपा गांव में सेना के जवान के घर आए आतंकियों के पास एम 4 राइफलें थीं।
पैरा कमांडों के सुरक्षाबलों ने छेड़ा अभियान
पुंछ के टोपा पीर और राजौरी के कुंडा टोपा गांव के बीच केवल एक पहाड़ी की दूरी है। आशंका है कि आतंकी कुंडा टोपा में हमले के बाद टोपा पीर के जंगल में ही भागे हैं। आतंकियों की तलाश में सेना के पैरा कमांडो के साथ सुरक्षाबलों ने क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अभियान छेड़ दिया है।
इस बीच, राजौरी पुलिस ने अबू हमजा (Pakistani Terrorist Abu Hamza) की सूचना देने पर 10 लाख रुपये इनाम देने की घोषाणा कर दी है। सूचना देने वाले का नाम पूरी तरह गुप्त रखा जाएगा। पुलिस ने कहा कि अबू हमजा कई आतंकी वारदात में वांछित है।
जवान का अपहरण करना चाहते थे आतंकी
बता दें कि सोमवार रात को थन्ना मंडी के निकट कुंडा टोपा गांव में हुए हमले से पहले आतंकियों ने जवान का अपहरण करना चाहा था और विरोध करने पर उसके भाई रज्जाक (Killing in Rajouri) की हत्या कर दी।
रज्जाक समाज कल्याण विभाग में कर्मी था। जवान किसी तरह वहां से सुरक्षित भागा, लेकिन आतंकियों ने उसपर भी गोलियां बरसाईं, जिसमें वह मामूली रूप से घायल हो गया।
आतंकियों की तलाश जारी
सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से आतंकी एक से दूसरे क्षेत्र में आ-जा रहे थे। इसके बाद कई बार तलाशी अभियान भी शुरू किए गए, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। आतंकियों ने कुंडा टोपा में सेना के जिस जवान के घर पर हमला किया, उस जगह से टोपा पीर तक एक घंटे में पैदल पहुंचा जा सकता है।
ऐसे में इससे इन्कार नहीं किया जा सकता कि आतंकी जंगल में सुरक्षित अपने ठिकाने में पहुंच गए होंगे। इसी जंगल के साथ डेरा की गली, चमरेड़, संगयोट इलाके भी जुड़ते हैं। पिछले कुछ वर्षों में आतंकियों ने इन क्षेत्रों में कई बड़े हमले किए हैं। सुरक्षाबल आतंकियों को इन्हीं क्षेत्रों में तलाश रहे हैं।