जम्मू, 30 सितंबर: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा आज जम्मू में ‘विकसित भारत के रंग-कला के संग’ के समापन समारोह में शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान, उपराज्यपाल ने स्कूल और कॉलेज के छात्रों को संबोधित किया। इस जीवंत कला कार्यशाला का आयोजन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) और जम्मू संभागीय प्रशासन द्वारा किया गया था।
उपराज्यपाल ने अपने संबोधन की शुरुआत जम्मू-कश्मीर की युवा शक्ति की सराहना करते हुए की और उन्हें बदलाव का उत्प्रेरक बनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन अनूठा और विशेष है और युवाओं को अपने सपनों के विकसित भारत की कल्पना करने और उसे चित्रित करने का अवसर प्रदान करता है।
उपराज्यपाल ने कहा, “न केवल कैनवास पर, बल्कि वास्तविकता में भी एक विकसित भारत बनाने की ज़िम्मेदारी उनके हाथों में है।” उपराज्यपाल नेकहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, हम युवाओं की क्षमता का दोहन करने और उन्हें अपनी पूरी क्षमता हासिल करने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उपराज्यपाल ने कहा, “सेवा पर्व युवाओं को भविष्य की चुनौतियों का सकारात्मक सोच के साथ सामना करने के लिए तैयार कर रहा है। रचनात्मक और सृजनात्मक भावना उन्हें भविष्य के नेता, आविष्कारक और निर्माता बनाएगी और वे भारत के विकास पथ को आकार देंगे।” उपराज्यपाल ने युवाओं से नेतृत्व की भूमिका निभाने और राष्ट्र निर्माण के लिए स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “हमारे युवा समृद्ध भविष्य को आकार देने, सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण और नवाचार को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। देश को आगे बढ़ाने के लिए समाज के विकास और प्रगति में योगदान देने की उनकी महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी है।”
उन्होंने युवा पीढ़ी और समाज के सभी वर्गों से देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रही विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ सतर्क रहने और एकजुट होने का आह्वान किया।
उपराज्यपाल ने ‘विकसित भारत के रंग-कला के संग’ कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया। उन्होंने इस पहल को नियमित रूप से जारी रखने का भी आह्वान किया।
समापन समारोह में जम्मू के संभागीय आयुक्त प्रो. उमेश राय, आईजीएनसीए के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. राकेश मिन्हास और विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुख शामिल हुए।
