जम्मू , 4 Aug : केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के उपराज्यपाल कविन्द्र गुप्ता व सेना की सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट हितेष भल्ला ने अशोक चक्र विजेता छेरिंग मोटुप के निधन पर गहरा शोक जताया है।
अस्सी वर्षीय सेवानिवृत नायब सुबेदार छेरिंग मोटुप ने सेना की लद्दाख स्काउट्स के सैनिक के रूप में आपरेशन मेघदूत में पाकिस्तान से सियाचिन ग्लेशियर की चोटियों को वापस लेने के लिए लड़े थे।
इस दौरान 21 फरवरी 1985 को लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर में खराब मौसम में अपनी टीम के साथ दुश्मन पर धावा बोल कर एक भारतीय चौकी को अपने कब्जे में ले लिया था। इस असाधारण वीरता के लिए उन्हें शांतिकाल में वीरता के लिए सर्वोच्च पदक अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था।
रविवार को अस्सी साल की आयु में उनके निधन से लद्दाख में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके निधन पर सेना की लद्दाख स्काउट्स व जम्मू कश्मीर राइफल्स के कर्नल आफ द रेजिमेंट, लेफ्टिनेंट जनरल एमपी सिंह ने भी रेजिमेंटों के सभी रैंकों की ओर से हार्दिक संवेदना जताई थी। वहीं सोमवार को शोक जताने के लिए नायब सुबेदार छेरिंग मोटुप के घार पर लोगों की भीड़ उमड़ी।