इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के चौथे मैच के शुरू होते ही टीम इंडिया को बड़ा झटका लगा है। टीम के उप-कप्तान और विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को पहले दिन बल्लेबाजी करते हुए लगी चोट गंभीर साबित हुई है। खबर है कि पंत के पैर के अंगूठे में लगी चोट में फ्रैक्चर पाया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका आगामी टेस्ट सीरीज में खेलना मुश्किल लग रहा है और वह 6 हफ्तों तक क्रिकेट से दूर रह सकते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगर जरूरी हुआ तो ऋषभ इंजेक्शन लेकर इस टेस्ट मैच की दूसरी पारी में बल्लेबाजी कर सकते हैं।
दरअसल, मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में चल रहे चौथे टेस्ट के पहले दिन, जब ऋषभ पंत 37 रन के निजी स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे, तो क्रिस वोक्स की गेंद पर रिवर्स स्वीप करने में वह बुरी तरह नाकाम रहे और गेंद उनके दाहिने पैर के अंगूठे में जा लगी। वह काफी दर्द में दिख रहे थे। जब फिजियो मैदान पर पहुँचे, तो उन्होंने देखा कि पंत के पैर से खून बह रहा था और उन्हें काफी दर्द हो रहा था। ऐसे में पंत को मैदान से बाहर ले जाया गया। खेल खत्म होने के बाद, उनका स्कैन कराया गया और इसकी जानकारी बीसीसीआई ने भी दी।
दूसरे दिन के खेल से पहले, ‘क्रिकेट बज़’ ने बताया कि ऋषभ पंत के पैर के अंगूठे में फ्रैक्चर हो गया है और इस वजह से वह टेस्ट सीरीज़ से बाहर हो गए हैं। उन्हें इस चोट से उबरने में लगभग दो महीने लगेंगे। हालाँकि पंत ने टीम कैंप नहीं छोड़ा है, फिर भी वह अपने चोटिल पैर पर कोई दबाव नहीं डाल पा रहे हैं, जिससे बाकी मैच में उनकी उपलब्धता पर सवाल उठ रहे हैं।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वह दर्द के बावजूद बल्लेबाजी करने के लिए उत्सुक हैं और अगर वह बेहतर महसूस करते हैं तो दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आ सकते हैं। वैसे, मैनचेस्टर टेस्ट में पहले दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने 4 विकेट के नुकसान पर 264 रन बना लिए थे।
पंत की चोट ने सीरीज़ के लिए भारत की फिटनेस को लेकर चिंताएँ बढ़ा दी हैं और चोटिल खिलाड़ियों की सूची में एक और नाम जुड़ गया है। नितीश कुमार रेड्डी के अलावा, आकाशदीप (पीठ) और अर्शदीप सिंह (उंगली) भी चोट के कारण मैच के लिए उपलब्ध नहीं हैं। नितीश कुमार रेड्डी सीरीज़ से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह अंशुल कंबोज को पदार्पण का मौका दिया गया है।
गौरतलब है कि ऋषभ पंत को भी लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान उंगली में चोट लग गई थी, जिसके कारण वह पूरे मैच में विकेटकीपिंग नहीं कर पाए थे, जबकि वह बल्लेबाजी करने आए थे।