श्रीनगर, 24 जुलाई: भगवान शिव की भगवा वस्त्रधारी पवित्र गदा – छड़ी मुबारक – को सदियों पुरानी परंपराओं के अनुसार ‘हरियाली-अमावस्या’ (श्रावण अमावस्या) के अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना के लिए गुरुवार को ऐतिहासिक शंकराचार्य मंदिर ले जाया गया। महंत
दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में छड़ी मुबारक स्वामी अमरनाथ जी को वार्षिक अमरनाथ यात्रा के तहत पूजा-अर्चना के लिए गोपाद्री पहाड़ियों पर स्थित मंदिर ले जाया गया।
गदा के संरक्षक गिरि ने कहा कि छड़ी मुबारक को दशनामी अखाड़ा स्थित उसके निवास स्थान से ले जाया गया, जहां पूजन किया गया।
उन्होंने कहा कि शंख की ध्वनि से वातावरण भक्तिमय हो गया और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन किया गया।
पवित्र गदा के साथ आए साधुओं ने जम्मू-कश्मीर की शांति और समृद्धि की भी कामना की।
शुक्रवार को देवी के दर्शन के लिए छड़ी मुबारक को यहां हरि पर्वत स्थित ‘शारिका-भवानी’ मंदिर भी ले जाया जाएगा
। उन्होंने बताया कि रविवार को यहाँ श्री अमरेश्वर मंदिर दशनामी अखाड़े में छड़ी स्थापना की जाएगी, जिसके बाद मंगलवार को ‘नागपंचमी’ के अवसर पर अखाड़े में छड़ी पूजन किया जाएगा।
पहलगाम, चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी में रात्रि विश्राम के बाद, 9 अगस्त को ‘श्रावण पूर्णिमा’ की सुबह महंत पवित्र छड़ी को पूजन और दर्शन के लिए पवित्र गुफा मंदिर ले जाएँगे।
गुफा मंदिर में पूजा के बाद अगले दिन पहलगाम में लिद्दर नदी में ‘विसर्जन’ किया जाएगा।