नई दिल्ली , 20 Dec : एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विधेयक लोकसभा से पारित होने के बाद इसे जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) को भेजा गया था। इस समिति में लोकसभा और राज्यसभा से कुल 31 सदस्य शामिल थे, लेकिन अब इसकी संख्या बढ़ा दी गई है. कुछ सांसदों की मांग के बाद ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विधेयक की समीक्षा के लिए गठित जेपीसी में 8 सांसदों की बढ़ोतरी की गई है, जिससे कुल सदस्यों की संख्या 39 हो गई है.
विधेयक पर विचार के लिए गठित संयुक्त संसदीय समिति में 27 सदस्यों को लोकसभा से नामित किया गया है, जबकि 12 सदस्यों को राज्यसभा से शामिल किया गया है. राज्यसभा में आज दोपहर 12 बजे जब कार्यवाही शुरू हुई तो केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने राज्यसभा के 12 सदस्यों को इस समिति में शामिल करने का प्रस्ताव रखा. उच्च सदन की इस समिति में बीजेपी से घनश्याम तिवाड़ी, भुवनेश्वर कलिता, के. लक्ष्मण, कविता पाटीदार, जनता दल यूनाइटेड से संजय झा, कांग्रेस से रणदीप सिंह सुरजेवाला और मुकल वासनिक, तृणमूल कांग्रेस से साकित गोखले, के.के. पी। विल्सन, आप के संजय सिंह, बीजद के मानस रंजन मंगराज और वाईएसआर कांग्रेस के वी. विजया साई रेड्डी को शामिल किया गया है।
इस समिति में लोकसभा से जिन 27 सदस्यों को शामिल किया गया है उनमें बीजेपी से पीपी चौधरी, सीएम रमेश, बांसोरी स्वराज, पुरूषोत्तम रूपाला, अनुराग ठाकुर, विष्णु दयाल शर्मा, भर्तृ हरि मेहताब, संबत पात्रा, अनल बलोनी, विष्णु दत्त शामिल हैं शर्मा, बिजंत पांडा और संजय जयसवाल। कांग्रेस से प्रियंका गांधी, मनीष तिवारी और सुखदेव भगत को इस कमेटी का हिस्सा बनाया गया है. समाजवादी पार्टी से धर्मेंद्र यादव और छोटे लाल, तृणमूल कांग्रेस से कल्याण बनर्जी, टी. एम। सेल्वगणपति, तेलुगु देशम पार्टी से हरीश बालीयोगी, शिव सेना (अबाथा) से अनिल देसाई, एनसीपी (सपा) से सुप्रिया सोले, शिव सेना से श्रीकांत शिंदे, एलजेपी (रामविलास) से शंभुवी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से राधाकृष्णन, आरएलडी से चंदन चौहान और जन सेना पार्टी से बालेश्वरी वल्लभ नेने को इस समिति में शामिल किया गया है।
गौरतलब है कि इस जेपीसी को आगामी बजट सत्र के आखिरी सप्ताह के पहले दिन तक अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है. यह बिल 17 दिसंबर को लोकसभा में पेश किया गया था. सदन में मत विभाजन के बाद 129वां संविधान संशोधन विधेयक 2024 दोबारा पेश किया गया. बिल पेश करने के पक्ष में 263 वोट पड़े, जबकि विरोध में 198 वोट पड़े.