श्रीनगर, 1 June : Hollywood Movie Shooting in Kashmir: बॉलीवुड से घाटी के रिश्ते के बारे में तो सब जानते हैं। दोनों के बीच दशकों से रिश्ता हैं। हालांकि आतंदवाद के चलते दोनों के बीच दशकों तक दूरियां बनी रही। लेकिन बदलाव के बीच जहां दोनों के बीच फिर से नजदीकियां बढ़ गई हैं वहीं अब बॉलीवुड के साथ साथ हॉलीवुड के तार भी घाटी से जुड़ रहे हैं।
जी हां आपको यह जानकर खुशी होगी कि अब हॉलीवुड ने भी अपनी फिल्मों की शूटिंग करने के लिए घाटी का रुख करना शुरू कर दिया है और घाटी से अपना रिश्ता जोड़ने की नीव कल तक आतंकवाद का केंद्र कहलाने वाले दक्षिणी कश्मीर में आ मिलियन डॉलर टूरिस्ट नाम से बनने वाली फिल्म से रख दी है। बता देते हैं कि घाटी के इतिहास में यह पहली बार है कि जब यहां हॉलीवुड अपने फिल्मी सफर का आगाज कर रहा है।
घाटी में हो चुकी इन फिल्मों की शूटिंग
अभी तक घाटी में हॉलीवुड की फिल्में ही फिल्माई जाती रही है और कश्मीर की कली, जंगली, जब जब फूल खिले, मिशन कश्मीर, रोजा आदि कई सुपर हिट फिल्मों की शूटिंग यहीं के खूबसूरत नजारों के बीच हुई है। हालांकि 90 के दशक में आतंकवाद के चलते बॉलीवुड अपनी फिल्मों के लिए घाटी का रुख नही कर पाया अलबत्ता बीते चंद वर्षों विशेषकर 2019 में अनुच्छेद 370 के हटने के बाद से बॉलीवुड ने फिर से अपना डेरा घाटी में डाल दिया है और धड्ड़े से अपनी फिल्मों की शूटिंग कर रहा है।
हाल ही में हुई सिंघम-3 की शूटिंग
हालांकि अनुच्छेद 370 के हटने से पहले तक बॉलीवुड फिल्म शूटिंग के लिए अमूम गुलमर्ग, पहलगाम, सोनमर्ग, डल झील आदि जैसे पर्यटन स्थलों को ही चुनता था लेकिन अब इस परंपरा में परिवर्तन ला शहर के उन इलाकों में भी अपने फिल्म क्रिव को सेट कर फिल्म के शॉर्ट दर्शाता नजर आ रहा है।
हाल ही में अजय देवगन व जेके शरोफ स्टाटर सिंघम-3 इसकी मिसाल है, फिल्म के कई शॉर्ट शहर श्रीनगर के डाउनटाउन जैसे जेनाकदल,गोजवारा व नौहट्टा में फिल्माए गए। वहीं अब फिल्म शूट करने के अपनी हार्ट फेवरिट डेसटिनेशन की रेस में बॉलीवुड के साथ साथ हॉलीवुड भी शामिल हो गया है और हॉलीवुड ने यहां फिल्में शूट करने का आरम्भ सीधे आतंकवाद का केंद्र कहलाने वाले दक्षिण कशमीर से कर दिया है।
फिल्म क्रिव की शूटिंग घाटी में चालू
फिल्म आ मिलयन डॉलर टूरिस्ट का फिल्म क्रिव (फिल्म क्रिव में मुख्य भूमिकाओ में नजर आने वाले किरदार लंदन से जबिक साइड रोल में स्थानीय किरदार हैं के अलावा प्रोडकशन के लिए मुंबई से आए एक्सपर्ट्स शामिल हैं) बीते दो दिनों से दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग में डेरा डाले फिल्म के प्रमुख दृश्य फिल्माने में व्यस्त हैं।
रोचक बात यह है कि फिल्म का आलेखक भी स्थानीय है और इसमें कुछ स्थानीय कलाकारों को भी अभिनय करने का मौका दिया गया है। फिल्म के आलेखक मंजूर अहमद ने कहा कि फिल्म की कहानी घाटी में आतंकवाद से पहले और इसके बाद रहने वाले हालात तथा अब इन हालातों में आए नाटकीय मोड़ के इर्द गिर्द घूमती है।
घाटी में बदल चुके हालात
अहमद ने कहा कि इस फिल्म को यहां दर्शाने का मकसद घाटी का बॉलीवुड के साथ साथ हॉलीवुड के रिश्ते भी मजबूत करना है और साथ ही इस फिल्म के माध्यम से हम विदेशी पर्यटकों तक भी यह संदेश पहुंचाना चाहते हैं कि वह बेखौफ होकर घाटी आए क्योंकि अब यहां हालात पूरी तरह से बदल चुके हैं और लोग यहां अमन चैन के साथ रह रहे हैं।
मंजूर ने कहा,यहां हालात तो संभल गए हैं लेकिन हमारे इस दक्षिणी कश्मीर की छवि अभी भी देश व दुनिया के सामने नगेटिव ही बनी हुई है। इस इस फिल्म के माध्यम से हम यह संदेश देना चाहते है कि अब हमारा साउथ कश्मीर टेरोरिजम का नही बलकि टूरिजम और फिल्म शूट करने का हाट फेवरिट सेंटर है।
70 प्रतिशत शूटिंग साउथ कश्मीर में जारी: मंजूर
मंजूर ने कहा, इस फिल्म के 70 प्रतिशत शूटिंग इसी साउथ कश्मीर में कर रहे हैं और अभी तक डेकसुम,वीरेनाग और कुकरनाग में हम इसके मुख्य दृश्य फिलमा चुके हैं। फिल्म के लाइन प्रोड्यूसर राजा निसार ने कहा कि फिल्म में तीन कलाकार ही हॉलीवुड से हैं जिनमें दो अडल्ट व एक चाइल्ड आर्टिस्ट शामिल हैं,बाकी कलाकार बॉलीवुड और लोकल हैं।
उन्होंने कहा कि हॉलीवुड के उन तीन कलाकारों को घाटी आ यहां फिल्म शूट करने के लिए मनाने में उन्हें ज्यादा मेहनत नही करनी पड़ी। राजा निसार ने कहा,हमारी दावत पर इन कलाकारों ने जलद ही हामी भरी। राजा निसार ने कहा,न्यू फिल्म पालिसी भी हमारे लिए काफी लाभदायक सिद्ध हो गई और हमें यहां इस फिल्म की शूटिंग करने संबंधित अनुमति प्राप्त करने में ज्यादा दिक्कतें नही झेलनी पड़ी।
फिल्म शूटिंग के लिए कई बार घाटी आए जीत मथारु
फिल्म के निर्माता निदेशक जीत मथारु ने कहा, यह मेरे कैरियर में पहली बार है कि जब मैं यहां किसी हॉलीवुड फिल्म का निदेशन कर रहा हूं और वह भी साउथ कश्मीर में। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने से पहले वह फिल्म शूटिंग के लिए कई बार घाटी आए लेकिन इस बार उन्हें यहां काफी बदलाव नजर आ रहा है।
मठारू ने कहा,हम बॉलीवुड के लोग डाउनटाउन या साउथ कश्मीर को अपने शूटिंग शेड्यूल में सिकिप किया करता था। अगर शूटिंग होती भी थी तो वह पहलगाम में ही होती थी लेकिन अब आप देखिए कि किस तरह अब इन वोलाटाइल इलाकों में भी हम आराम से शूट करते हैं।
घाटी के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता निदेशक मुश्ताक अहली अहमद ने कहा,हम हॉलीवुड का वेलकम करते हैं। हमें खुशी हैं कि अब हमारी घाटी में हॉलीवुड की फिल्में भी बननी शुरू हो गई है। अहमद ने कहा, मैं समझता हूं कि जी-20 शिखर संमेलन ने विदेशी पर्यटकों को फिर से घाटी की तरफ रुख करने में एक अहम रोल निभाया और इसी परिणामस्वरूप अब विदेशी फिल्मों से जुड़े लोग भी यहां आने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।
आ मिलियन डॉलर टूरिस्ट की ये है कहानी
आ मिलियन डॉलर टूरिस्ट, फिल्म की कहानी जेनी नाम की एक बच्ची के इर्द गिर्द घूमती है। जेनी विदेश से घाटी घूमने आती है। हालांकि उसके परिजन व बाकी लोग घाटी के हालात के चलते उसे यहां का रुख करने से मना करते हैं लेकिन इस के बावजूद वह यहां आ जाती है। यहां आकर उसकी मुलाकात एक सूमो चालक से होती है। दोनों एक दूसरे के दोस्त बन जाते हैं। सूमो चालक की मदद से जेनी घाटी के बहुत सारे इलाकों में घूमती हैं।
बहुत से लोगों से मिलती है। हालांकि इस बीच उसे कई बार दिक्कतें भी आ जाती हैं लेकिन हर बार सूमो चालक व स्थानीय लोग उसे इन दिक्कतों और चुनौतियों का सामने करने में मदद करते हैं। अंत: जेनी अपने परिवार और बाकी लोगों को यह बताने में सफल होती है कि वह जिस तरह से कश्मीर और यहां के लोगों के बारे में सोचते हैं, ऐसा ही है। कश्मीर जितना हसीन है,यहां के लोग भी उतने ही खूबसूरत है। फिल्म के निर्माता निदेशक जीत मठारू ने कहा,फिल्म की आधी शूटिंग लगभग मुकम्मल हो गई है। उन्होंने कहा कि डेढ़ दो सप्ताहों में इसकी शूटिंग मुकम्मल की जाएगी और अगंरेजी भाषा में बनी यह फिल्म इसी साल स्क्रीन की जाएगी।