कटड़ा , 23 May : Maa Vaishno Devi Bhawan: मां वैष्णो देवी के नए ताराकोट मार्ग को पारंपरिक मार्ग पर स्थित चरण पादुका मंदिर मार्ग के साथ जोड़ने को लेकर श्राइन बोर्ड ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
इसे लेकर पांच सदस्य कमेटी का गठन किया जाएगा। जिसमें श्राइन बोर्ड के एडिशनल सीईओ के नेतृत्व में चार अन्य सदस्यों होंगे। इनमें श्राइन बोर्ड के ज्वाइंट सीईओ के साथ ही एसडीएम कटड़ा तथा तहसीलदार कटड़ा प्रमुख होंगे।
कमेटी गठन करने का मुख्य उद्देश्य चरण पादुका मंदिर क्षेत्र के साथ लगती पंचायत पुराना दरूड़ के निवासियों के साथ लिंक रोड मार्ग को लेकर बात करना है। अगर सब कुछ श्राइन बोर्ड की योजना के मुताबिक रहा तो जल्द ही चरण पादुका मंदिर मार्ग मां वैष्णो देवी के नए ताराकोट मार्ग के साथ जुड़ जाएगा।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का दावा है कि लिंक रोड बनाने का मुख्य मकसद मां वैष्णो देवी के पारंपरिक मार्ग की आस्था को बरकरार रखना है।
वैष्णो देवी मार्ग पर कई धार्मिक स्थल
मां वैष्णो देवी के पारंपरिक मार्ग पर कई धार्मिक तथा ऐतिहासिक स्थल हैं जिनमें प्रथम बाणगंगा क्षेत्र जहां पर मां वैष्णो देवी ने बाण मार कर वीर हनुमान की प्यास बुझाई थी तो दूसरी और अपने केश धोए थे। इससे कुछ आगे चरण पादुका पवित्र मंदिर जहां पर मां वैष्णो देवी के पवित्र चरण अंकित है।
कटड़ा निवासी करते रहे हैं विरोध
गौरतलब है की मां वैष्णो देवी के नए ताराकोट मार्ग का शुरू से ही पंचायत पुराना दरूड़ निवासी यहां तक कि कटड़ा निवासी विरोध कर रहे थे कि इस मार्ग के बनने से पारंपरिक मार्ग की आस्था कम हो जाएगी।
वहीं नए ताराकोट मार्ग के प्रवेश द्वार पर श्राइन बोर्ड द्वारा रोपवे केवल कर परियोजना का स्टेशन बनाया जा रहा है जिसे लेकर वर्तमान में जमीनी स्तर पर कार्य श्राइन बोर्ड द्वारा शुरू कर दिया गया है।
लोगों का कहना है कि श्राइन बोर्ड मां वैष्णो देवी के पारंपरिक मार्ग के साथ खिलवाड़ कर रहा है और इस मार्ग की पूरी तरह से अनदेखी कर रहा है।
जिसे लेकर बीते कुछ महीने पहले नगरवासियों के साथ ही पंचायत पुराना दरूड़ के लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर आंदोलन किया गया और लोगों द्वारा लगातार मांग की जा रही है कि रोपवे केवल कार परियोजना ताराकोट मार्ग के बजाय मां वैष्णो देवी के पारंपरिक मार्ग पर शुरू की जाए।
लिंक रोड बनाने की तैयारियों में जुटा श्राइन बोर्ड
लोगों की मांग को देखते हुए श्राइन बोर्ड ने नए ताराकोट मार्ग से चरण पादुका मंदिर मार्ग तक लिंक रोड बनाने पर गंभीरता से विचार शुरू कर दिया है और इसे अमली जामा पहनाने को लेकर कमेटी के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
श्राइन बोर्ड अगर स्थानीय लोगों की सहमति से चरण पादुका मंदिर मार्ग से ताराकोट मार्ग के लंगर स्थल तक वाया मोड़ा पडाला तक सड़क मार्ग का निर्माण करता है तो इसकी लंबाई करीब डेढ़ किलोमीटर होगी अगर श्राइन बोर्ड चरण पादुका मंदिर मार्ग से ताराकोट मार्ग प्रवेश द्वार यानी कि केवल कार परियोजना स्टेशन तक मार्ग बनाता है तो इसकी लंबाई करीब 2 किलोमीटर से ढाई किलोमीटर तक होगी।
श्राइन बोर्ड का मानना है कि लिंक रोड बन जाने से श्रद्धालुओं की एक और जहां निरंतर पारंपरिक मार्ग की ओर आवाजाही रहेगी जिससे पारंपरिक मार्ग की आस्था भी बरकरार रहेगी।
वहीं दूसरी ओर लिंक रोड बन जाने से पारंपरिक मार्ग की और कुच करने वाले श्रद्धालुओं को कुछ दूरी पर आसानी से केवल कार भी उपलब्ध हो जाएगी। जिसको लेकर इस योजना पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
पांच सदस्यों की कमेटी का किया गया गठन
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड सीईओ अंशुल गर्ग का कहना है की मां वैष्णो देवी के पारंपरिक मार्ग की आस्था को बरकरार रखते हुए श्राइन बोर्ड चरण पादुका मंदिर मार्ग से नए तारा कोट मार्ग तक नए लिंक रोड बनाने को लेकर गंभीर है जिसको लेकर जल्द ही पांच सदस्यों कमेटी का गठन किया जाएगा।
कमेटी के सदस्य पंचायत पुराना दरूड़ के लोगों के साथ बातचीत करेंगी ताकि जल्द से जल्द लिंक रोड बनाने का रास्ता साफ हो सके और इसका लाभ श्रद्धालुओं को मिल सके।