श्रीनगर, कश्मीर घाटी में सक्रिय आतंकी संगठनों पर दिन-प्रतिदिन कसते सुरक्षाबलों के शिकंजे ने उन्हें सकते में डाल लिया है। भारी बर्फबारी के बीच कश्मीर में गिरता तापमान जहां आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है, वहीं घाटी के दूरदराज के इलाकों में बर्फ के बीच भी सुरक्षाबलों ने आतंकवाद के खिलाफ अपना अभियान जारी रखा है। शांति बहाली के लिए सुरक्षाबल आतंकवादियों के खात्मे के साथ उनके नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए उनके समर्थकों पर भी शिकंजा कसे हुए हैं।
इसी अभियान के तहत कश्मीर पुलिस, सेना की 32आरआर और सीआरपीएफ की 130 बटालियन के संयुक्त दल ने अवंतीपोरा से जैश-ए-मोहम्मद के दो ओवरग्राउंड वर्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि ये दोनों ओवरग्राउंड वर्कर आतंकियों की मदद करते थे। इनकी पहचान शहजान गुलजार बेग गड़ीखाल चिरसू और वसीम उल रहमान शेख निवासी मिदूरा अवंतीपोरा के तौर पर हुई है। दोनों ही जैश के सक्रिय सदस्य हैं। इनका संपर्क सीधा जैश कमांडर से था। सोशल मीडिया के जरिए वह निरंतर जैश-ए-मोहम्मद कमांडर के संपर्क में थे। यही नहीं इनमें से एक सदस्य गुलाम कश्मीर में जाकर जैश के आकाओं से भी मिलकर आया था।
उन्हें कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि लाने के लिए आतंकियों की हर संभव मदद करने, युवाओं को संगठन में भर्ती कराने का जिम्मा सौंपा गया था। पुलिस ने कहा कि वे काफी दिनों से दोनों की तलाश में थे। आज जब यह पक्की सूचना मिली कि ये दोनों अवंतीपोरा में मौजूदा हैं तो संयुक्त अभियान के दौरान दोनों को धर लिया गया। अवंतीपोरा और त्राल में आने पर आतंकियों के ठहरने की व्यवस्था करना, उनके खान-पान का इंतजाम करना और उन्हें संवेदनशील इलाकों से संबंधित जानकारी उपलब्ध करवाना था। सुरक्षाबलों की बढ़ती सतर्कता के दौरान इन दोनों सदस्यों ने कई बार आतंकियों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया है। जरूरत पड़ने पर उनके लिए हथियार-गोलाबारूद का इंतजाम भी किया है।
पुलिस दे दावा किया है कि इन दोनों की गिरफ्तारी से जैश को काफी नुकसान पहुंचा है। इन दोनों के माध्यम से अवंतीपोरा और त्राल में जैश नेटवर्क को ध्वस्त करने में काफी मदद मिलेगी। गिरफ्तारी के बाद दोनों के खिलाफ अवंतीपोरा पुलिस स्टेशन में मामला दर्जं कर लिया गया है। पूछताछ की जा रही है। जल्द ही इलाके में सक्रिय दूसरे ओवरग्राउंड वर्करों को भी पकड़ लिया जाएगा।