राजौरी/जम्मू, 29 जनवरी: जम्मू -कश्मीर पुलिस ने बुधवार को नियंत्रण रेखा के पार से सक्रिय आतंकवादियों के ठिकानों पर राजौरी जिले में 25 स्थानों पर छापेमारी की।
कि एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि बड़े पैमाने पर तलाशी के दौरान आपत्तिजनक सामग्री और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए और जब्त किए गए।
अधिकारियों ने पहले कहा था कि पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) से सक्रिय आतंकवादियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम से संबंधित मामलों की चल रही जांच के तहत सीमावर्ती जिले के विभिन्न इलाकों में छापे मारे गए।
जावेद राणा ने केंद्रीय वन मंत्री और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री से मुलाकात की
उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ के जवानों ने ऑपरेशन के दौरान पुलिस की सहायता की।
अधिकारियों ने कहा कि इफ्तिखार हुसैन और उसके भाई मोहम्मद परवाज के घरों पर शहर के पास टुंडी तरार में सुबह करीब 9.50 बजे छापेमारी की गई, लेकिन एक घंटे से अधिक समय तक चली तलाशी के दौरान कुछ भी नहीं मिला। उन्होंने कहा कि दोनों का एक अन्य भाई मोहम्मद असगर उर्फ बिल्ला उर्फ काका एक आतंकवादी है, जो नियंत्रण रेखा के पार से अपनी गतिविधियां चला रहा है।
एनआईए की विशेष अदालत से प्राप्त वारंट के आधार पर पुलिस ने कहा कि राजौरी, नौशेरा, थानामंडी, धरहल, कोटेरंका, बुधल, मंजाकोट और चिंगस सहित 25 स्थानों पर व्यापक तलाशी ली गई।
प्रवक्ता ने कहा, “ये तलाशी पिछले साल पुलिस स्टेशन राजौरी में दर्ज एक मामले से जुड़ी जांच के हिस्से के रूप में की गई थी।” उन्होंने कहा,
“यह मामला एक सक्रिय आतंकवादी नेटवर्क से संबंधित है, जो जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) जैसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों की मिलीभगत से जम्मू-कश्मीर में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) को सक्रिय करने के लिए काम कर रहा है ताकि आतंकवाद से संबंधित गतिविधियों को शुरू, व्यवस्थित और अंजाम दिया जा सके।”
प्रवक्ता ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है।
यह छापेमारी उस समय हुई जब सुरक्षा बलों ने क्षेत्र से आतंकवाद का सफाया करने की रणनीति के तहत जम्मू में लगभग दो दर्जन स्थानों पर बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया था, जो पिछले साल कई आतंकवादी हमलों से दहल गया था।
अधिकारियों ने बताया कि नियंत्रण रेखा के पास ऊंचाई वाले इलाकों और वन क्षेत्र में तलाशी अभियान आतंकवादियों के साथ किसी भी तरह के संपर्क के बिना संपन्न हो गया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी सर्दियों का फायदा अपने ठिकाने बनाने के लिए न उठा पाएं।